कोटा। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक वन रक्षक व केटल गार्ड को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की यह रकम राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभ्यारण्य रेंज, ईटावा में प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध बजरी खनन करने और बजरी से भरी गाड़ियों को निकलवाने की एवज में मांगी गई थी। दोनों आरोपियों ने 10 हजार रुपए मांगे थे। फिर चार हजार रुपए लेने पर राजी हो गए और ट्रेप हो गए। उनसे रिश्वत की रकम बरामद कर ली है। यह कार्रवाई एसीबी कोटा के प्रभारी एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार के निर्देशन में की गई।
एएसपी ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दिनेश सिंह (55) गांव कुंदनपुर, सांगोद जिला कोटा हाल केटल गार्ड (वृक्षपालक) नाका घघटाना, क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय में पदस्थापित है। वहीं, सवाईमाधोपुर निवासी दूसरा आरोपी मुकेश चंद जाटव (33) हाल वन रक्षक, घघटाना चौकी है। इनके खिलाफ लाडपुरा, कोटा निवासी नीरज मीणा ने एसीबी में 10 फरवरी को केस दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि वह अपने निजी गांव के लिए मानसगांव, घघटाना की चंबल नदी से ट्रेक्टर ट्रॉली में बजरी भरकर ले जा रहा था।
तब आरोपी दिनेश सिंह ने उसे फोन कर ट्रेक्टर बंद करने की धमकी दी और उसे 10 हजार रुपए रिश्वत लेकर बुलाया। इस पर नीरज मीणा ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई। तब 10 फरवरी को शिकायत का सत्यापन करवाया गया। आरोपी दिनेश सिंह ने परिवादी नीरज मीणा से 1 हजार रुपए ले लिए। बाकी रुपए बाद में देने को कहा। इस पर एसीबी कोटा में पुलिस इंस्पेकटर दलबीर सिंह फौजदार व अजीत बुगडोलिया के नेतृत्व में टीम गठित की ट्रेप रचा। जिन्होंने बुधवार को परिवादी से रिश्वत वसूल रहे दोनों वन विभाग के कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया।