उज्जैन। लोकायुक्त पुलिस की दो टीमों ने बुधवार सुबह पांच बजे सहकारिता विभाग के सीनियर ऑडिट निरीक्षक निर्मल राय के उज्जैन में सेठीनगर स्थित मकान और निजी ऑफिस पर छापा मारा। नाै घंटे चली कार्रवाई में राय के तीन मंजिला घर से 10 लाख रुपए कैश, एक फ्लैट, 5 प्लॉट, एक आरो प्लांट के कागजात, एक किलो चांदी और 210 ग्राम सोना जब्त किए।
लाेकायुक्त का दावा है कि राय तीन करोड़ रुपए की संपत्ति का मालिक है। उसे 39 साल की नौकरी के दौरान 80 लाख रुपए वेतन मिला, जबकि उसका तीन मंजिला मकान ही एक करोड़ रुपए का है।
राय जिस मकान में रहते हैं, उसकी माैजूदा कीमत एक कराेड़ रु. है। उसके घर से जूनी इंदौर में एक फ्लैट व उज्जैन जिले में पांच प्लाॅट समेत 13 लाख की एफडी के दस्तावेज जब्त हुए। सहकारिता विभाग का ऑडिट निरीक्षक लेकिन सेठीनगर स्थित तीन मंजिला मकान की कीमत ही एक करोड़ है। पांच महीने से बैंक खाते से तनख्वाह नहीं निकाली।
छापे में ये संपत्ति का खुलासा
- सेठीनगर में 30 बाय 50 के प्लॉट पर बना तीन मंजिला मकान।
- सेठीनगर चौराहा पर निजी ऑफिस।
- जूनी इंदौर में एक फ्लैट।
- उज्जैन जिले में पांच प्लॉट।
- घर से 10 लाख रुपए नकदी।
- 210 ग्राम सोने के आभूषण।
- एक किलो चांदी के गहने।
- 15 लाख रुपए की एफडी।
- 10 से अधिक बैंक पासबुक।
- दो बैंक में लाॅकर, जिसमें सोना रखा।
- एक आरओ प्लांट जो बेटे के नाम पर।
- 15 लाख रुपए कीमत की कार व पांच बाइक।
- घर से घपले वाली 45 सोसायटी के दस्तावेज मिले
राय हरसिद्धि कोल्ड स्टोरेज सोसायटी बनाकर उसमें खुद प्रबंधक बन गया ताकि अवैध कमाई कर सके। घपले वाली 45 सोसायटी के दस्तावेज भी राय के घर से जब्त हुए। लोकायुक्त एसपी राजेश मिश्र ने बताया कि बड़ी मात्रा में सोसायटियों के दस्तावेज घर से मिलना चौंकाने वाला है। 41 साल की नौकरी में सबसे अधिक सात साल से राय उज्जैन में ही पदस्थ है।
सबसे पहले सीसीटीवी बंद कराए
राय ने तीसरी मंजिल तक कैमरे लगवा रखे हैं। ग्राउंड फ्लोर पर ही चार कैमरे लगे थे। लोकायुक्त टीम ने अंदर पहुंचते ही सबसे पहले कैमरे बंद कराए।
पालतू कुत्ते पर ही दस हजार रुपए महीना खर्च
राय ने लेब्राडॉर डॉग पाला हुआ है। लोकायुक्त डीएसपी शर्मा ने बताया- डॉग पर ही रोज 250 से 300 रुपए खर्च किए जाते हैं। हर महीने पालतू डॉग का खर्चा ही दस हजार रुपए होगा।