कोटा। जेईई-मेन की बुधवार को कम्प्यूटर बेस्ड मोड पर दो पारियों में परीक्षा हुई। विद्यार्थियों के फीडबैक के अनुसार बुधवार को जेईई मेन्स का पेपर कुछ कठिन रहा। सुबह की पारी में कैमिस्ट्री कठिन जबकि शाम की पारी में आसान रही, जबकि मैथ्स का पेपर दोनों पारियों में ही लैंदी रहा। इसी प्रकार फिजिक्स का पेपर पहली पारी में कठिन जबकि दूसरी पारी में सुबह की अपेक्षा कुछ आसान था। मैथ्स के लिए विद्यार्थियों को पेपर की समयावधि पर्याप्त नहीं लगी।
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि पेपर पूर्णतया एनसीईआरटी सिलेबस आधारित था। 11वीं एवं 12वीं कक्षा के प्रश्नों का समावेश था लेकिन कठिन प्रश्नों की संख्या 12वीं कक्षा के सिलेबस से ज्यादा थे। विद्यार्थियों से मिले फीडबैक के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार तकनीकी परेशानियां काफी कम रही।
कैमिस्ट्री
कैमिस्ट्री के पेपर में कंसेप्चुअल एवं इन्फोर्मेटिव प्रश्नों का उचित समावेश रहा। फिजीकल कैमिस्ट्री के प्रश्नों में कैलकुलेशन ज्यादा करना पड़ी, क्योंकि दिए गए तत्वों का परमाणु भार दशमलव के अंक तक दिया गया था। अभी तक हुए कैमिस्ट्री के सभी पेपर में बाॅयोमोलीक्यूल, कैमिस्ट्री इन एवरीडेलाइफ एवं कोर्डिनेशन कैमिस्ट्री टाॅपिक्स से सबसे ज्यादा प्रश्न पूछे गए हैं। सुबह की पारी में एनवायरमेंटल कैमिस्ट्री से प्रश्न पूछे गए थे जबकि शाम की पारी में नहीं। कैमिस्ट्री के पेपर में कुछ सवाल सीधे तौर पर एनसीईआरटी आधारित थे।
फिजिक्स
फिजिक्स का पेपर सुबह की पारी में मध्यम जबकि शाम की पारी में आसान रहा। यूनिट डाइमेन्शन के एक प्रश्न के उत्तर में दिए गए विकल्पों में सही विकल्प नहीं था। ऐसे में कई विद्यार्थियों में निकटस्थ विकल्प को सही उत्तर के रुप में चुना तो कईयों ने इस प्रश्न को अटैम्प्ट ही नहीं किया।
मैथेमेटिक्स
मैथ का पेपर मंगलवार की तरह कठिन रहा। कैलकुलेशन पार्ट ज्यादा होने से पेपर लेंदी था। विद्यार्थियों को पेपर की समयावधि पर्याप्त नहीं लगी। विद्यार्थियों के अनुसार दोनों ही पारियों में मैथेमेटिक्स सब्जेक्ट ने सबसे ज्यादा समय लिया। एलजेब्रा के प्रश्न कुछ कठिन थे। जबकि कैलकुलस, एप्लीकेशन आॅफ डेरिवेटिव के अच्छे प्रश्नों का समावेश था।