कोटा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और प्रभारी मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास शुक्रवार को जेके लोन में बच्चों के मामले की जानकारी लेने यहां पहुंचे। प्रभारी मंत्री ने कोटा प्रवास के दौरान जिलेभर के अधिकारियों की बैठक भी बुला ली, लेकिन दोनों मंत्री बच्चों की मौत के मामले में जेके लोन में ऐसे उलझे कि शाम छह बजे तक नहीं निकल पाए।
शाम छह बजे अधिकारियों को संदेश दिया कि बैठक निरस्त कर दी गई। इसके बाद अधिकारी रवाना हो गए। प्रभारी मंत्री ने जिलेभर में चिकित्सा सेवाओं समेत अन्य योजनाओं की समीक्षा बैठक दोपहर तीन बजे जिला परिषद के सभागार में रखी थी।
अधिकारी तीन बजे यहां पहुंच गए और मंत्रीजी के आने का इंतजार करने लगे। जिलेभर के पचास से अधिक अधिकारी बैठक में शामिल होने पहुंचे। स्थिति यह थी कि जिला परिषद का परिसर सरकारी वाहनों से भर गया था।
अधिकारी मिटिंग की तैयारी में फाइलें लेकर इधर-उधर घूम रहे थे। जेके लोन में मंत्री के दौरे के विरोध के मद्देनजर यहां भी पुलिस का विशेष जाप्ता तैनात था, लेकिन शाम करीब 5.50 मिनट पर संदेश आया कि बैठक निरस्त हो गई है। इसके बाद अधिकारी यहां अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए।