नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय देश में पहली लंबी दूरी की सीएनजी बस सर्विस शुरू की। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बस सर्विस की शुरुआत की। महिंद्रा कंपनी की यह सीएनजी बस दिल्ली-देहरादून रुट पर चलेगी। उत्तराखंड ने इस बस सर्विस के लिए आईजीएल के साथ करार किया है। इसके तहत शुरुआती चरण में 5 सीएनजी बसों को चलाया जाएगा। इसके बाद इनकी संख्या में बढ़ोतरी होगी।
इस बस की खासियत है इसका माइलेज। ऐसा दावा किया जा रहा है कि बस को एक बार रिफिल करने पर 1000 किमी से ज्यादा दूरी तक का सफर तय किया जा सकेगा। बस में कंपोजिट इंजन का इस्तेमाल किया गया है। इसका भार मौजूदा सीएनजी सिलिंडर के मुकाबले करीब 70 फीसदी कम होगा. इस नए सिलिंडर में 225 से 275 किलोग्राम सीएनजी भरी जा सकेगी. जबकि अभी जो सीएनजी बसें मौजूद हैं, उनके सिलिंडर में 80 से 100 किलोग्राम तक ही सीएनजी भरी जा सकती है।
महिंद्रा के साथ साथ हुआ एग्रीमेंट
इस बस सर्विस के लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा और अमेरिका की Agility solution के साथ समझौता किया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से साल 2001 में ही डीजल आधारित इंटरस्टेट बसों का मुद्दा उठाया गया था। हालांकि तब दिल्ली को छोड़कर बाकी राज्यों में सीएऩजी की मौजूदगी न होने पर इस इंटरस्टेट बसों की एंट्री पर रोक को हटा दिया गया था। सीएनजी बस न सिर्फ प्रदूषण रोकेगी, बल्कि फ्यूल पर होने वाले खर्च को भी बचाएगी।