नई दिल्ली। इंफ्रासाॅफ्ट टेक्नोलाॅजिज (इंफ्रासाॅफ्टटेक) ने बैंकों के लिए मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) तकनीक लाॅन्च किया। इस तकनीक के जरिए ग्राहक सत्यापन प्रक्रिया काफी कम समय में पूरी हो जाएगी। ग्राहक की पृष्ठभूमि की जिस व्यापक जांच प्रक्रिया को पूरा करने में पहले 4-5 दिनों से अधिक समय लग जाता था, उसे अब मात्र तीन मिनट में पूरा किया जा सकता है।
इस तकनीक को बैंकिंग के साथ मिलकर तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य बैंकिंग के क्षेत्र में क्रांति लाकर सुरक्षा को बेहतर बनाना, जालसाजों को रोकना और ग्राहकों को बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करना है। एमआर-युक्त आई गियर्स का उपयोग कर बैंकिंग एक्जीक्यूटिव्स ग्राहक का चेहरा स्कैन कर सकते हैं और सत्यापन के बाद, एक बार में उनके बैंकिंग पोर्टफोलियो को एक्सेस कर सकते हैं।
इंफ्रासाॅफ्टटेक ने अपने Kiya.ai ओम्नीचैनल और ओपन बैंकिंग समाधान के भीतर अपने मिक्स्ड रियलिटी चैनल के लाॅन्च के साथ कई अन्य समाधान भी पेश किये हैं। इन समाधानों का इस्तेमाल कर उपयोगकर्ता छूकर, बोलकर या हाथों से इशारा कर 3-डी व्यू में जानकारी को एक्सेस कर सकते हैं।
ओम्नीचैनल की दुनिया मोबाइल, टैबलेट और डेस्कटाॅप से आगे वियरेबल्स की ओर बढ़ेगी। इंफ्रासॉफ्टटेक के प्रबंध निदेशक और सीईओ राजेश मिर्जंकर ने कहा, ‘हम दुनिया भर में बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए अपने ‘मेड इन इंडिया’ फ्यूचरिस्टिक मिक्स्ड रियलिटी चैनल को शुरू कर बेहद रोमांचित हैं। ओेम्नीचैनल की दुनिया मोबाइल, टैबलेट और डेस्कटॉप से आगे उन वियरेबल्स की ओर बढ़ जाएगी, जहां क्लिक व ब्राउज करने के लिए डिवाइसेज को साथ रखने की जरूरत नहीं होगी।’