-सुधीन्द्र गौड़
कोटा। दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन की ओर से आयोजित दुर्गापूजा कार्यक्रम रबीन्द्र सदन प्रांगण में मंगलवार की शाम सिन्दूर खेला रस्म के साथ सम्पन्न हो गया। इस अवसर पर बंगाली समाज की समस्त विवाहित महिलाओं ने एक दूसरे को अखंड सौभाग्य की कामना और एक दूजे के दीर्घ कुशल वैवाहिक जीवन की कामना के साथ सिन्दूर लगाईं।
साथ ही दुर्गा माँ को अगले वर्ष पुनः पधारने का आमंत्रण दिया। इसके बाद माँ दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन किशोर सागर तालाब में सम्पन्न हुआ। ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के दौरान माँ दुर्गा अपने मायके आती है एवं नवरात्र के बाद जब माँ की विदाई होती है, तब घर वाले माँ को सिन्दूर लगा कर उनको ससुराल के लिए विदा करते हैं। इसी परम्परा से सभी विवाहित महिलाएं एक दूसरे को सिन्दूर लगाकर सदा सुहागन रहने कि कामना करती हैं।