डॉ. सुवर्णा मुखर्जी के सुमधुर बांग्ला गीतों से गूंज उठा रबीन्द्र सदन

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कोटा। दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन के दुर्गापूजा समारोह में कोलकाता जी बांग्ला गोल्डन ऐरा कलाकार डॉ. सुबर्णा मुखर्जी ने बंगाली घराने के क्लासिकल बेस सलिल चौधरी, हेमंत मुखर्जी, मन्नाडे के गीतों सहित बंगाली संस्कृति के गीतों से रबीन्द्र सदन सभागार में उपस्थित श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उनके गीत रानार छुटे छे ताई झूम झूम घंटा बाजछे राते और धिताम धिताम बोले मादोले ताल तुले श्रोताओ को खूब भाए । इसके पूर्व अध्यक्ष डॉ. एस सान्याल की अगुआई में पूजा, पुष्पांजली, यज्ञ हवन एवं भोग के अनुष्ठान बांग्ला संस्कृति के अनुरूप विधि विधान से बंगाली समुदाय के परिवार सदस्यों द्वारा सम्पन्न हुए।

प्रेस सचिव सुधीन्द्र गौड़ ने बताया कि सांस्कृतिक संध्या में मुख्य अतिथि डॉ. मामराज अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर सम्बोधित करते हुए कहा कि कोटा में बांगला संस्कृति की अलख जगाने में डॉ. सान्याल एवं उनकी टीम का विशेष योगदान है। कार्यक्रम का संचालन एलएम चौधरी, सुबीर मुखर्जी एवं आभार सचिव पी. जाना द्वारा व्यक्त किया गया |