नई दिल्ली। 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) बनाने की दिशा में काम कर रही केंद्र की मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा है। विश्व बैंक की ओर से वित्त वर्ष 2018 के लिए जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत वैश्विक रैंकिंग में फिसलकर सातवें स्थान पर आ गया है। 2017 में भारत ने फ्रांस को पछाड़कर पांचवां स्थान पाया था।
विश्व बैंक की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2018 में भारत की जीडीपी 2.7 ट्रिलियन डॉलर दर्ज की गई है। विश्व बैंक की सूची में 2018 में 20.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ अमेरिका टॉप पर है। अमेरिका के बाद 13.6 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ चीन दूसरे स्थान पर है। 2.8 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ ब्रिटेन और फ्रांस लिस्ट में पांचवें और छठे स्थान पर है। हालांकि, 2017 के मुकाबले 2018 में भारत की जीडीपी में 0.05 ट्रिलियन डॉलर की बढ़त दर्ज की गई है।
2017 में ब्रिटेन-फ्रांस को पछाड़ा था
भारत ने वित्त वर्ष 2017 में 2.65 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़कर पांचवां स्थान पाया था। उस समय ब्रिटेन की जीडीपी 2.64 ट्रिलियन डॉलर और फ्रांस की जीडीपी 2.5 ट्रिलियन डॉलर दर्ज की गई थी। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि धीमी ग्रोथ और रुपए के उतार-चढ़ाव के कारण भारत फिसलकर सातवें स्थान पर पहुंच गया है।
क्रिसिल ने घटाया भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट
रिसर्च फर्म क्रिसिल ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान घटा दिया है। क्रिसिल ने जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट की कमी करते हुए इसे 6.9 फीसदी कर दिया है। जीडीपी ग्रोथ रेट का अनुमान कम करने के पीछे क्रिसिल ने वैश्विक ग्रोथ में मंदी और मॉनसून की कमजोरी को जिम्मेदार ठहराया है। आपको बता दें कि जून में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आर्थिक ग्रोथ को 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया था।