नई दिल्ली। इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फॉर्म भरने के बाद उसका इलेक्ट्रानिक वेरिफिकेशन जरूर करा लें, नहीं तो आपका फॉर्म अधूरा माना जाएगा। सीधे तौर पर कहें, तो आईटीआर फाइल करने का अंतिम चरण फॉर्म सबमिट नहीं, वेरिफिकेशन होता है। वैसे तो वेरिफिकेशन ऑफलाइन भी किया जा सकता है। इसके लिए 120 दिनों का वक्त भी मिलता है। हालांकि सबसे आसान तरीका इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन है। ऐसे में आज हम आपको इलेक्ट्रानिक वेरिफिकेशन के 4 तरीके बता रहे हैं।
नेटबैकिंग से वेरिफिकेशन
नेटबैंकिंग के जरिए भी आयकर रिटर्न को वेरिफाई किया जा सकता है। नेटबैंकिंग सुविधा के जरिए आईटीआर के वेरिफिकेशन के लिए बैंक की वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा। उसमें आपको टैक्स टैब में ई-वेरीफाई का विकल्प मिलेगा। इसके बाद इनकम टैक्स विभाग की माय अकाउंट टैब पर क्लिक ईवीसी जनरेट किया जा सकेगा।
इस पर क्लिक करते ही आपके ईमेल और मोबाइल फोन पर 10 अंक का एक कोड आएगा। यह कोड 72 घंटे तक वैध रहता है। आप आयकर रिटर्न वेरीफाई करने के लिए माय अकाउंट टैब में जाएं और ईवीसी डालें। इसे सबमिट करते ही आपका आईटीआर वेरीफाई हो जाएगा।
आधार ओटीपी से वेरिफिकेशन
आधार ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के जरिए आईटीआर का इलेक्ट्रानिक वेरिफिकेशन किया जा सकता है। इसके लिए आपके मोबाइल नंबर का आधार से लिंक होना जरूरी है। इससे आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
आयकर विभाग की वेबसाइट पर इस वन टाइम पासवर्ड को डालने के बाद आप सबमिट बटन पर क्लिक करेंगे तो आपका आईटीआर वेरिफाई हो जाएगा। अगर आपका मोबाइल नंबर आपके आधार से लिंक नहीं है तो आपको आईटीआर वेरिफिकेशन के अन्य तरीके का उपयोग करना होगा।
डीमैट अकाउंट से वेरिफिकेशन
शेयर की ट्रेडिंग करने वाले डीमैट अकाउंट के जरिए आईटीआर वेरिफाई कर सकते हैं। आईटीआर वेरिफाई करने से पहले आपको अपना डीमैट अकाउंट वेलिडेट करना होगा। आपका डीमैट अकाउंट जिस डिपॉजिटरी (एनएसडीएल या सीडीएसएल) के पास है वहां लॉग इन कर आप अपने मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, आदि डालें। फिर यहां वेलिडेशन करें। इस प्रक्रिया में आमतौर पर एक-दो घंटे लगते हैं। अगर प्रोसेस में कोई गलती हुई तो आपको ईमेल पर उसका नोटिफिकेशन आ जाएगा।
बैंक अकाउंट के जरिए वेरिफिकेशन
आयकर विभाग बैंक अकाउंट के जरिए आयकर रिटर्न ई-वेरिफाई की सुविधा देता है। हालांकि यह सुविधा हर बैंक नहीं उपलब्ध कराता है। इस माध्यम से आईटीआर वेरिफाई करने के लिए इसे वेलिडेट करना होता है। इसमें आपको बैंक का नाम, अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड और मोबाइल नंबर डालना होता है।
ये सब चीजें आप बैंक में पहले से मौजूद अपने रिकॉर्ड के हिसाब से ही डालें। अगर आपके पैन नंबर में लिखा नाम और बैंक अकाउंट का नाम मिलता है तभी वेलिडेशन सफल होगा। एक बार वेलिडेशन होने के बाद आप माय अकाउंट टैब में जेनरेट ईवीसी पर क्लिक करिए।
इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा। उसके बाद माय अकाउंट टैब में ई-वेरिफाई के विकल्प पर क्लिक करिए। यहां कोड डालने के बाद आप इसे सबमिट कर देंगे तो आपका आईटीआर वेरिफाई हो जाएगा।