जोधपुर। पंजाब नेशनल बैंक की बालोतरा शाखा के पूर्व सीनियर मैनेजर केके मोहनोत (रिटायर्ड) ने पद पर रहते हुए करोड़ों की गड़बड़ियां की और उन्हें सही दर्शाने के लिए कई डमी अकाउंट भी खोले। इनसे एक से दूसरे खातों में ट्रांसफर करने के साथ ही अपने बेटे व पत्नी के अकाउंट में भी रुपए ट्रांसफर करता रहा।
इतना ही नहीं, हेरफेर के लिए तत्कालीन बैंक मैनेजर ने एक साल बैकडेट में एफडीआर बनाई और दो दिन बाद ही लाखों का ब्याज भुगतान करना दर्शा दिया। इन एफडीआर पर भी ब्रांच कैपेसिटी से ज्यादा की ब्याज दर देकर बैंक को करोड़ों की चपत लगाई।
बैंक की इंटरनल जांच में खुलासा होने के बाद पीएनबी सर्किल ऑफिस के चीफ मैनेजर रवींद्रकुमार पांडे ने सीबीआई (एंटी करप्शन जोधपुर) को पीएनबी बालोतरा के तत्कालीन सीनियर मैनेजर मोहनोत के खिलाफ 15 नवंबर 2011 से 31 जुलाई 2016 तक पद पर रहते हुए 3,48,87,500 रु. की गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी।
प्रारंभिक पड़ताल के बाद सीबीआई ने 9 जुलाई को केस दर्ज किया था। सीबीआई सूत्रों के अनुसार गबन राशि में से काफी राशि तो फ्रॉड का खुलासा होने पर आरोपी ने जमा भी करवा दी थी, लेकिन विभिन्न स्तर पर की गई अनियमितताओं की गहनता से पड़ताल में कई और चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।