झालावाड़। एसीबी टीम ने पोषाहार का बिल पास कराने की एवज में 8 हजार रुपए की घूस लेते बाल विकास परियोजना अकलेरा की महिला पर्यवेक्षक कैलाशबाई को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं आरोपी महिला पर्यवेक्षक के आवास पर एसीबी ने तलाशी की तो यहां अलमारी में 1.64 लाख रुपए की नकदी और कुल 385 ग्राम सोना बरामद किया गया। इसकी बाजार कीमत 10 लाख रुपए आंकी गई है।
एसीबी एएसपी भवानीशंकर मीणा ने बताया कि गेहूंखेड़ी हाल मुकाम अकलेरा निवासी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीताबाई ने 15 जून को एसीबी में शिकायत दर्ज कर बताया कि कैलाशबाई ने 5 माह की पोषाहार की राशि 45,548 रुपए का बिल पास करने की एवज में बिल राशि का 20 हिस्सा रिश्वत के रूप में मांगा था।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता ने बताया कि महिला पर्यवेक्षक काफी समय से रुपए मांग रही थी। देरी पर उसका दो माह का मानदेय भी रोक रखा है। यही नहीं घूस नहीं देने पर उपनिदेशक से नोटिस दिलाने की धमकी देती थी। महिला का कहना था कि यह राशि उपनिदेशक व उच्च अधिकारियों को पहुंचानी होती है।
हालांकि उपनिदेशक जीएम सैयद का कहना है कि महिला के आरोप बेबुनियाद हैं। जब मानदेय मांगा तो उसको भूलने की बात कही। इसके अलावा पोषाहार के लिए जारी होने वाला लाइसेंस बनाने के पहले 600 रुपए लिए जाते थे, लेकिन उससे 1 हजार रुपए मांगने का भी आरोप लगाया।