नई दिल्ली। अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस कैपिटल ने कहा है कि वह म्युचुअल फंड कारोबार को बंद करेगी। रिलायंस कैपिटल की ओर से गुरुवार को बाजार नियामक को दी जानकारी में कहा है कि वह रिलायंस निप्पोन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (RNAM) की अपनी सारी हिस्सेदारी अपनी सहयोगी कंपनी जापान की निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस को बेचेगी।
.
रिलायंस निप्पोन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (RNAM) में रिलायंस कैपिटल और जापान की निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस दोनों की 42.8-42.8 फीसदी की हिस्सेदारी है। इसके अतिरिक्त हिस्सेदारी शेयरहोल्डर्स के पास है। रिलायंस कैपिटल ने बाजार नियामक से कहा है कि इस संबंध में उसका निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस से समझौता हो गया है।
रिलायंस कैपिटल ने कहा है कि सेबी की गाइडलाइन के अनुसार इस समझौते के तहत निप्पोन लाइफ ओपन ऑफर लाएगी। इसके तहत पब्लिक शेयरहोल्डर्स को RNAM के शेयर 230 रुपए प्रति शेयर की दर से बिक्री किए जाएंगे। इसके जरिए सेबी की गाइडलाइन के अनुसार लिस्टेड कंपनी में प्रमोटर की 75 फीसदी भागीदारी तक पहुंच बनाई जाएगी। सेबी के अधिग्रहण संबंधी नियमों के अनुसार लेनदेन की कीमत तय की गई है।
रिलायंस कैपिटल को मिलेंगे 6 हजार करोड़ रुपए
रिलायंस कैपिटल ने कहा है कि 230 रुपए प्रति शेयर की दर से हिस्सेदारी बेचने पर उसे करीब 6000 करोड़ रुपए मिलेंगे। इन 6000 करोड़ रुपयों का इस्तेमाल रिलायंस कैपिटल का कर्ज निपटाने में किया जाएगा। कंपनी को उम्मीद है कि इससे उसका करीब 33 फीसदी कर्ज कम हो जाएगा।
चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा है कि हमारा पुराना और सबसे मूल्यवान साथी निप्पोन लाइफ इंश्योरेंस RNAM में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 75 फीसदी करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस सौदे से मिलने वाली राशि से रिलायंस कैपिटल को इस वित्त वर्ष में अपने कर्ज को 50 फीसदी तक घटाने में मदद मिलेगी। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे बीएसई में RNAM के शेयर 2.89 फीसदी की गिरावट के साथ 227 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं।