श्रीनगर।आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के बारे में ऐसी अटकलें हैं कि वह बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स की कार्रवाई में संभवतः मारा गया है, लेकिन जैश ने इसे खारिज किया है। इस बीच खुफिया सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने रविवार शाम साढ़े 7 बजे के करीब अजहर को रावलपिंडी स्थित अपने बेस हॉस्पिटल से बहावलपुर में शिफ्ट कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि जिस वक्त अजहर की मौत की अटकलें जोरों पर थीं, उसी वक्त पाकिस्तानी सेना ने उसे बहावलपुर के गोथ गन्नी स्थित जैश के कैंप में शिफ्ट कर दिया। अजहर को पाकिस्तानी आर्मी हॉस्पिटल से जैसे ही जैश के कैंप में शिफ्ट किया गया, आतंकी संगठन ने एक बयान जारी कर इमरान खान सरकार की आलोचना की। जैश ने पाकिस्तानी सरकार पर आरोप लगाया कि वह भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव के आगे झुक रही है।
अजहर के बारे में ऐसी खबरें हैं कि उसे गुर्दे की बीमारी है और उसका पिछले कई महीनों से रावलपिंडी आर्मी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। रावलपिंडी में ही पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है। सूत्रों ने बताया कि पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान ने मसूद अजहर की सुरक्षा बढ़ा दी थी। अजहर के साथ पाकिस्तान स्पेशल सर्विस ग्रुप के 10 कमांडो को अतिरिक्त सुरक्षा के तौर पर तैनात कर दिया गया।
अजहर जिंदा है
जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से रविवार को जारी बयान में कहा गया कि अजहर जिंदा है और ठीक है। बयान में जैश ने बालाकोट स्थित अपने ट्रेनिंग सेंटर पर इंडियन एयर फोर्स की कार्रवाई को स्वीकार किया है, लेकिन साथ में किसी मौत से भी इनकार किया है। जैश ने कहा, ‘भारत के लड़ाकू विमानों ने इजरायली गाइडेड मिसाइलों से हम पर हमला किया, लेकिन अल्लाह के फरिश्तों ने उन्हें मोड़ दिया और हमारी रक्षा की।’
जैश ने आरोप लगाया कि इमरान सरकार अब परवेज मुशर्रफ की पॉलिसी पर चल रही है। रविवार को जारी अपने बयान में जैश-ए-मोहम्मद ने कहा कि इमरान सरकार पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की नीतियों पर चलना शुरू कर चुकी है। 9/11 के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने को कहा था, जिसके बाद मुशर्रफ ने तमाम आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
रविवार को अजहर की मौत से जुड़ी अफवाह हर तरफ घूमती रही। एक गुमनाम और अपुष्ट ब्लॉग पोस्ट में दावा किया गया कि अजहर इंडियन एयरफोर्स की बालाकोट में एयर स्ट्राइक की रात वही पर मौजूद था। पिछले हफ्ते पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में यह बात कबूली थी कि अजहर पाकिस्तान में ही है। हालांकि, कुरैशी ने यह भी कहा था कि मसूद अजहर बहुत ज्यादा बीमार है, इतना कि वह अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकता।
अजहर की मौत की अफवाह ऐसे समय में उड़ी है जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उसके खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिए एक बार फिर से प्रयास तेज कर दिया है। इसी महीने फ्रांस को सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता मिली है और वह अमेरिका व ब्रिटेन के साथ मिलकर सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव लाया है कि मसूद अजहर को प्रतिबंधित आतंकियों की सूची में डाला जाए।