नयी दिल्ली। कंपनियों के तिमाही परिणामों, रुपये की चाल और वैश्विक रुख से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मुस्तफा नदीम ने कहा, “कंपनियों की आय और उसके साथ उनके प्रबंधन की टिप्पणी पर बाजार की करीबी निगाह रहेगी।”
विश्लेषकों के मुताबिक निवेशकों की खरीद-बिक्री सप्ताहांत में आए तिमाही नतीजों पर भी निर्भर कर सकती है। विप्रो ने शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अक्टूबर-दिसंबर, 2018 के तिमाही परिणाम की घोषणा की थी। वहीं निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को अपने परिणाम घोषित किये। एचडीएफसी बैंक का दिसंबर तिमाही का शुद्ध लाभ 20.3 प्रतिशत बढ़कर 5,585.9 करोड़ रुपये रहा।
कोटक महिंद्रा बैंक, इंटरग्लोब एविएशन, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, यस बैंक और मारुति सुजुकी इंडिया जैसी प्रमुख कंपनियां इस सप्ताह अपने तिमाही परिणाम घोषित करेंगी। एसेल म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी (सीआईओ) विरल बेरावाला ने कहा, “जहां तक तिमाही नतीजों का सवाल है, अधिकतर आईटी कंपनियां कारोबार वृद्धि के मामले में अनुमान से आगे रहीं।
साथ ही आईटी कंपनियों के प्रबंधन की टिप्पणियां भी सकारात्मक रही हैं इसलिए कारोबारी वृद्धि की धारणा बनी रहने की उम्मीद है।” विश्लेषकों के मुताबिक रुपये की चाल, कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी निवेशकों के निवेश से भी बाजार पर असर पड़ने की संभावना है। पिछले सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स एक प्रतिशत चढ़कर शुक्रवार को 36,386.61 अंक पर बंद हुआ।