कोटा। अब राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को उनके यूनिवर्सिटी से संबंधित दस्तावेज खो जाने के बाद उसको फिर से बनवाने के लिए यूनिवर्सिटी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। छात्र के दस्तावेज नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी पर अपलोड किए जाएंगे। इसके तहत सोमवार को आरटीयू व सेंट्रल डिपॉजिटरी सिक्योरिटी लिमिटेड के बीच करार हुआ।
वीसी प्रो. एनपी कौशिक की मौजूदगी में हुए करार पर आरटीयू के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. एके द्विवेदी व सीडीएसएल वेस्टर्न इंडिया के मैनेजर यशवंत गुप्ता ने साइन किए। एनएडी के लिए यूनिवर्सिटी ने डिप्टी रजिस्ट्रार एग्जामिनेशन डाॅ. नीरज जैन व वेबमास्टर दीपक भाटिया को नोडल ऑफिसर बनाया गया है।
डॉ. जैन ने बताया कि करार के तहत यूनिवर्सिटी से संबंधित स्टूडेंट्स के दस्तावेज एनएडी की साइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। अगर छात्र की कोई मार्कशीट व अन्य दस्तावेज खो गए तो वह एनएडी साइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा संबंधित दस्तावेज का प्रिंट भी ले सकता है। इससे छात्र के सभी डॉक्यूमेंट्स एक ही जगह पर मिल जाएंगे। इससे ग्रीन इंडिया कैंपेन को प्रोत्साहन मिलेगा।
वेरीफिकेशन का बचेगा समय
डॉ. जैन ने मुताबिक छात्र द्वारा किसी भी कंपनी में नौकरी के दिए जाने वाले दस्तावेजों को कंपनी की ओर से यूनिवर्सिटी में भेजा जाता है। वेरीफिकेशन में 15 से 20 दिन का समय मिलता है। अब दस्तावेजों के डिजिटल मोड में होने के कारण छात्र सीधा उसका लिंक कंपनी के मानव संसाधन विभाग में भेज सकता है। इससे काफी समय बच जाएगा।