नई दिल्ली।अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी Google ने अपने सोशल नेटवर्किंग प्लैटफॉर्म Google+ को तय समयसीमा से 4 महीने पहले ही बंद करने का फैसला किया है। इस साल अक्टूबर में गूगल प्लस के करीब 5 लाख यूजर्स के निजी डेटा में सेंध लगने की खबर आई थी, जिसके बाद कंपनी ने अगस्त 2019 तक इसे बंद कर देने का फैसला लिया था। लीक हुए डेटा में यूजर्स के नाम, ईमेल ऐड्रेस और व्यवसाय से जुड़ी जानकारियां शामिल थीं।
इस बीच कंपनी अब एक नई सुरक्षा खामी का सामना कर रही है, जिससे करीब 5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डेटा खतरे में है। इस नए बग के चलते कंपनी ने ऐलान किया है अगस्त 2019 के बजाय अब अप्रैल 2019 में ही गूगल प्लस को बंद कर देगी। वहीं डिवेलपर्स के लिए इसका API ऐक्सेस 90 दिनों के भीतर ही बंद कर दिया जाएगा।
इस खामी के बारे में बताते हुए कंपनी ने एक पोस्ट में कहा कि उसे इस नए सिक्यॉरिटी बग के बारे में महीने भर पहले पता चला। यह नवंबर के अपडेट के साथ ही आया था, जो केवल 6 दिन (7 नवंबर से लेकर 13 नवंबर तक) ही ऐक्टिव था।
कंपनी ने कहा, ‘हमें पता चला है कि नवंबर में जारी हुए अपडेट के साथ आए बग की वजह से कुछ यूजर्स के डेटा पर असर पड़ा है। हमें टेस्टिंग के दौरान ही इस बग का पता चल गया था और इस अपडेट को पेश करने के 6 दिन के भीतर ही हमने इसे ठीक कर लिया था। हमारे पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन 6 दिनों में ऐप डिवेलपर्स द्वारा डेटा का किसी भी तरह का मिसयूज किया गया हो।
वहीं इस मामले में दुनिया के प्रमुख सर्च इंजन गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने सुंदर पिचाई ने मंगलवार को डेटा चोरी एवं अन्य मुद्दों को लेकर अमेरिकी सांसदों के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने गूगल के सोशल नेटवर्किंग पोर्टल ‘प्लस’ से लोगों की निजी जानकारियों के लीक होने पर कंपनी द्वारा उठाये गए कदमों के बारे में बताया।