कोटा। जीएसटी आने के बाद प्रोफेशनल विशेषज्ञों विशेषकर से लागत लेखाकारों की भूमिका और बढ़ गई है। यह जानकारी रविवार को दी इन्स्टीटयूट ऑफ कॉस्ट एकाउन्टेन्टस ऑफ इण्डिया के कोटा चेप्टर की ओर से जीएसटी ऑडिट पर आयोजित सेमिनार में एक्सपर्ट्स ने दी। सेमिनार में जीएसटी लागू होने के बाद से आज तक हुये डवलपमेन्ट पर भी जानकारी दी गई।
इस मौके पर सीएमए संस्थान, स्माल स्केल इण्डस्ट्री, कोटा, टैक्स बार एसोसियशन कोटा,कम्पनी सचिव संस्थान कोटा चेप्टर तथा कर सलाहकारों ने भाग लिया। सेमिनार में मुख्य अतिथि नगर विकास न्यास कोटा के चेयरमेन रामकुमार मेहता थे।
एसएसआई कोटा के संस्थापक अध्यक्ष गोविन्द राम मित्तल गेस्ट ऑफ ऑनर तथा एसएसआई
के प्रेसिडेन्ट बीएल गुप्ता, टेक्स बार एसोसियशन के प्रेसिडेन्ट एडवोकेट मुकेश गुप्ता, सीएस कल्पना शर्मा अतिथि के रूप में उपस्थित थीं । सेमिनार में आगरा, दिल्ली, जयपुर से सीएमए सदस्यों ने भाग लिया।
कोटा चेप्टर चेयरमेन सीएमए एसएन मित्तल ने मुख्य अतिथि तथा सभी अतिथियों एवं उपस्थित सलाहकारों का टीम कोटा चेप्टर की तरफ से सम्मान किया। मुख्य अतिथि आरके मेहता ने आह्वान किया कि कोटा में इस तरह के सेमिनार के आयोजन से सलाहकारों एवं स्टेकहोल्डर की समस्याओं का समाधान होगा।
गोविन्द राम मित्तल ने जीएसटी से आ रही परेशानियों को बताया तथा सुधार के क्षेत्रों की जानकारी दी। मुख्य वक्ता सीएमए अनिल शर्मा (वाईस चेयरमेन नार्थर्न रीजनल काउन्सिल,दिल्ली तथा जीएसटी विशेषज्ञ) ने जीएसटी ऑडिट में आ रही प्रायोगिक परेशानियों एवं उनके समाधानों को पावर पॉइंट प्रेजेन्शन के माध्यम समझाया।
कार्यक्रम का संचालन कोटा चेप्टर सेकेट्री सीएमए जय बंसल ने किया तथा अन्त में तपेश माथुर ने आभार व्यक्त किया।