ओम एनक्लेव में रविवार को आयोजित निवेशक जागरुकता कार्यक्रम में यह जानकारी निवेश सलाहकार पंकज लड्ढा ने दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामपाल थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के पहले 1947 में आम भारतीय की औसत आयु 37 वर्ष थी। जो मेडिकल सुविधाओं के चलते अब करीब 65 वर्ष हसो गई है। साथ ही अगले 20 वर्षों में यह औसत आयु 80 वर्ष हो जाएगी। इस मौके पर निवेश सलाहकार लड्ढा ने कहा कि रिटायरमेंट फंड को इस तरह से निवेश करना चाहिए वह करीब 15 प्रतिशत का रिटर्न देने की क्षमता रखता हो। ताकि, अगले 30 वर्षों की व्यवस्था हो सके। सहवक्ता सीए अनन्त लड्ढा ने बताया कि परम्परागत निवेश जैसे एफडी में ब्याज दर घटने से रिटायरमेंट फंड को निवेश करने के अन्य विकल्पों पर अच्छे निवेश सलाहकार की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जो महंगाई से पार पा सके और धन को बचा सके। लेकिन, किसी भी तरह के गारटेंड रिटर्न के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न या गारटेंड डिविडेंड के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न देने वाला प्रोडक्ट नहीं होता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड के एमसी माहेश्वरी, ने कहा कि निवेश सलाहकारों की यह सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि वे आईएल कर्मचारियों को उचित सलाह दें। इस अवसर दपर आईएल के ओमप्रकाश शर्मा, संजय शर्मा, महेश लखोटिया, एमए अंसारी समेत कई कर्मचारी मौजूद थे।
विकल्प निवेश प्रतिशत में
लार्ज केप इक्विटी 40 प्रतिशत
मिड व स्माल केप 10 प्रतिशत
ग्रोथ इक्विटी फंड 10 प्रतिशत
एफडी या डेंट फंड 30 प्रतिशत
लिक्विड फंड 5 प्रतिशत
सोना जरूरत के अनुसार 5 प्रतिशत
या गोल्ड ब्रांड