मुंबई। रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ बढ़कर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है। आरबीआई ने कहा कि इंडस्ट्रियल एक्टिविटी बढ़ने और अच्छे मॉनसून से इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा। बुधवार को जारी आरबीआई की सालाना रिपोर्ट में ये बातें सामने आई हैं।
रिटेल इनफ्लेशन के 4 फीसदी के लक्ष्य पर रहेगा जोर
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी मॉनिटरी पॉलिसी का जोर रिटेल इनफ्लेशन के 4 फीसदी के मीडियम टर्म टारगेट को हासिल करने पर बना रहेगा, जिसके +/- 2 फीसदी का दायरा रखा गया है। इससे ग्रोथ को सपोर्ट मिलने का अनुमान है।
करंट अकाउंट डेफिसिट कम रहने का भरोसा
आरबीआई ने आगाह किया कि भारत के एक्सटर्नल सेक्टर के लिए ग्लोबल दिक्कतें बनी रहेंगी, लेकिन केंद्रीय बैंक ने भरोसा जताते हुए कहा कि देश के करंट अकाउंट डेफिसिट को व्यापक फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट का सपोर्ट मिलता रहेगा।
एसबीआई ने जताई है सीएडी बढ़ने की आशंका
देश के सबसे बड़े लेंडर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) सहित कई एक्सपर्ट्स ने उम्मीद जाहिर की है कि तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी और ट्रेड डेफिसिट के चलते इस वित्त वर्ष में सीएडी में बढ़त देखने को मिल सकती है। मार्च, 2018 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान सीएडी 2 फीसदी रहने की उम्मीद जाहिर की गई थी।