कोचिंग नगरी आज से तीन दिन बनेगी योग नगरी

0
1539

कोटा। पूरे देश से कोचिंग के लिए बच्चे कोटा में आते हैं, उनमें पढ़ाई का स्ट्रेस रहता है। योग के माध्यम से इसे खत्म करना है। इसी वजह से हमने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम के लिए कोटा का चुनाव किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी इच्छा थी कि कोचिंग नगरी को अब योग नगरी भी बनाया जाए। इसलिए यहां पर तीन दिन तक योग होगा।

यह बात योग गुरु स्वामी रामदेव ने कोटा प्रवास के दौरान पत्रकारों से कही। इस दौरान उन्होंने राजनीतिक, सामाजिक व बाबाओं के आपराधिक मामलों पर खुलकर बात की तो कुछ के जवाब टाल भी गए। बाबाओं द्वारा दुष्कर्म के मामले सामने आने पर उन्होंने कहा कि ऐसे जिन साधुओं का चरित्र ठीक नहीं है, उन्हें फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। राजस्थान सरकार और पतंजलि योग पीठ के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले तीन दिवसीय योग शिविर का शुभारंभ मंगलवार को आरएसी ग्राउंड में होगा। 

अब हैल्थ पर ध्यान देने का समय
स्वामी रामदेव ने कहा कि प्रचार-प्रसार करने के बाद भी देश आज फिटनेस के मामले में 126वें स्थान पर है। यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम 125 करोड़ हो गए, लेकिन फिटनेस पर ध्यान नहीं दे रहे। इसलिए अब हैल्थ, वेल्थ व हैप्पीनेस पर विशेष ध्यान दिया जाए, इसमें हम नंबर वन बनें। योग के बल पर ही हम भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बल्कि आध्यात्मिक राष्ट्र बनाना चाहते हैं। क्योंकि भारत सबसे पुराना राष्ट्र है और योग तथा आध्यात्मिकता उसकी देन हैं। अब कोटा में 21 जून को कीर्तिमान बनेगा।

योग व वेदों के अध्ययन के लिए 2 इंस्टीट्यूट कोटा में खुलेंगे
उन्होंने कहा कि कोटा में योग तथा वैदिक की पढ़ाई करने वाले दो इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे, इसकी घोषणा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 21 जून को करेंगी। एक के लिए तो सांसद ने भी यूआईटी के सहयोग से शुरू करने की पहल की है। दूसरा पतंजलि की ओर से होगा।

कश्मीर का हल योग व युद्ध से
स्वामी रामदेव ने कश्मीर के एक सवाल पर कहा कि वहां जो लोग देश के साथ हैं, उन्हें तो योग करवाएं और जो आतंकवादी हैं, उनसे युद्ध करें। कश्मीर मसले का इससे अच्छा हल नहीं हो सकता।

रूचि में कोई रुचि नहीं :स्वामी ने एक सवाल पर कहा कि उनकी सोया रूचि प्लांट में कोई रूचि नहीं है। वे इसके लिए कतई नहीं आए हैं। यहां केवल योग करने व कराने आए हैं।

जहां कठिनाई वहीं बाबा का काम :करौली में पतंजलि यूनिवर्सिटी बनाने के लिए जमीन के विवाद पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, जल्द समाधान होगा। कुछ कामों में कठिनाई आती है। जहां कठिनाई आती है वहीं बाबा का काम होता है।