नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई का मुनाफा 50 फीसदी गिरा है। फाइनेंशियल ईयर 2018 की चौथी तिमाही में बैंक को 1020 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। जबकि फाइनेंशियल ईयर 2017 की चौथी तिमाही में बैंक का मुनाफा 2014 करोड़ रुपए रहा था।
चौथी तिमाही के दौरान बैंक का प्रोविजंस 128.61 फीसदी बढ़कर 6625.75 करोड़ रुपए हो गया, जिसका असर मुनाफे पर दिखा। इस दौरान बैंक का बैड लोन भी बढ़ गया है।
-बैंक ने फाइनेंशियल ईयर 2018 के लिए 1.5 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान किया है। सालाना आधार पर चौथी तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक का घरेलू लोन ग्रोथ 15 फीसदी रहा है।
-तिमाही आधार पर आईसीआईसीआई बैंक का ग्रॉस एनपीए 7.82 फीसदी से बढ़कर 8.84 फीसदी हो गया है। वहीं, सालाना आधार पर यह 7.89 फीसदी से बढ़कर 8.84 फीसदी हो गया है।
-तिमाही आधार पर आईसीआईसीआई बैंक का नेट एनपीए 4.20 फीसदी से बढ़कर 4.77 फीसदी हो गया है। वहीं, सालाना आधार पर यह 4.89 फीसदी से घटकर 4.77 फीसदी हो गया है।
-रुपए में बैंक का ग्रॉस एनपीए तिमाही आधार पर 46038 करोड़ रुपए से बढ़कर 54062 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं, नेट एनपीए 23810 करोड़ रुपए से बढ़कर 27886 करोड़ रुपए हो गया है।
NII बढ़कर 6021 करोड़
चौथी तिमाही में बैंक का स्टैंडअलोन नेट इंटरेस्ट इनकम करीब 1 फीसदी बढ़कर 6021.67 करोड़ रुपए हो गया है। फाइनेंशियल ईयर 2017 की चौथी तिमाही में नेट इंटरेसट इनकम 5962.16 करोड़ रुपए रहा था। वहीं, तिमाही आधार पर नेट इंटरेस्ट मार्जिन 3.14 फीसदी से बए़कर 3.24 फीसदी हो गया है।