कोटा। भामाशाह मंडी में समर्थन मूल्य के ऑफलाइन टोकन में हो रही अव्यवस्था से परेशान किसानों ने मंगलवार को हंगामा कर दिया। नाराज किसानों ने मंडी गेट बंद कर दिया। जब वे दूसरा गेट बंद करने लगे तो उनकी पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। किसानों ने आरोप लगाया कि व्यापारी लाइन लगाए ही टोकन लेकर जा रहे हैं। जबकि किसान 3 दिन से परेशान हो रहे हैं।
व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस ने किसानों को समझाने का भी प्रयास किया। इसी दौरान मंडी सचिव आरपी कुमावत आकर किसानों को आश्वासन दिया कि व्यवस्था एफसीआई से ठीक कराएंगे। कृषि उपज मंडी के पूर्व उपाध्यक्ष देवा भड़क ने किसानों को समझाया और टोकन केंद्र पर लेकर आए।
देवा भड़क का कहना था कि यहां कर्मचारी कम लगे हुए हैं। केवल एक दिन में 80 से 100 टोकन काट रहे हैं, जबकि यहां 200 किसान आ रहे हैं। मंडी सचिव के बात करने के बाद 3 से 4 पटवारी और भेजे गए। उसके बाद जाकर काम शुरू हुआ।
गौरतलब है कि एफसीआई ने लापरवाही से एक दिन 500 टोकन जारी कर दिए थे। इससे व्यवस्था बिगड़ी तो एफसीआई और प्रशासन ने यह निर्णय किया कि अब ऑनलाइन वालों को ऑफ लाइन टोकन देकर कम संख्या में बुलाया जाएगा।
यह व्यवस्था 15 अप्रैल से लागू की, लेकिन अभी तक 400 से ज्यादा टोकन कटे थे। एफसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन बोथरा ने बताया कि टोकन का काम प्रशासन का है। मंगलवार को 50 हजार कट्टों की खरीद की है और जिंस भी अधिकतर उठ गया।
टोकन भी दे दिया, लेकिन असली पेपर नहीं दे रहे :तीनदिन पहले कागज दिए थे। बड़ी मुश्किल से आज नंबर आया। टोकन तो दे दिया, लेकिन अब असली दस्तावेज गिरदावरी व अन्य नहीं दे रहे हैं। यहां कोई व्यवस्था नहीं है। खिड़की तक पहुंचना भी मुश्किल हो रहा है।
पुलिस ने की धक्का-मुक्की
सीमल्या के सईद ने बताया कि व्यापारियों की वजह से व्यवस्था बिगड़ रही है। हम विरोध करने लगे पुलिस ने धक्का मुक्की। जबरन पकड़कर ले जा रहे थे। किसानों ने छुड़ाया है।
शनिवार से आ रहे हैं, कोई नहीं सुन रहा
भोजपुरा गांव के छीतरलाल ने बताया कि वह तीन दिन से आ रहे हैं। उनका नंबर ही नहीं आ पा रहा है। कागज भी दे दिए हैं। व्यापारी अंदर के अंदर ही टोकन लेकर जा रहे हैं।