इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने इस साल मई में ऑपरेशन सिंदूर में हुए नुकसान को सार्वजनिक तौर पर कबूल किया है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने पुष्टि की है कि भारतीय ड्रोन ने रावलपिंडी के चकलाल इलाके में नूर खान एयर बेस पर हमला किया था।
उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारत के हमले से पाकिस्तानी एयरबेस और सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान हुआ और वहां तैनात सुरक्षाकर्मी घायल हुए। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद मई के शुरुआती हफ्ते में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, लेकिन बाद में पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई करने की हिमाकत की, जिसके बाद भारत ने कहर बरपा दिया था।
इशाक डार ने यह भी कहा कि भारत ने कम समय में पाकिस्तानी क्षेत्र में बड़ी संख्या में ड्रोन भेजे थे। उन्होंने कहा कि 36 घंटे के भीतर कम से कम 80 ड्रोन सीमा पार कर गए। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने उनमें से 79 को रोक लिया, लेकिन एक ड्रोन सैन्य ठिकाने पर हमला करने में कामयाब रहा, जिससे लोग घायल हुए।
डार ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व में पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने 9 मई की रात को स्थिति पर चर्चा करने और कुछ फैसलों को मंजूरी देने के लिए एक बैठक की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने 10 मई की सुबह नूर खान एयर बेस पर हमला करके “गलती की।”
नूर खान एयरबेस रावलपिंडी में स्थित पाकिस्तान का सबसे अहम सैन्य अड्डा है। यह ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय हवाई हमलों का शिकार हुआ था। ऐसी रिपोर्ट है कि पाकिस्तानी सेना की स्ट्रैटजिक कमांड इसी नूरखान एयरबेस पर मौजूद है और उसकी कुछ परमाणु मिसाइलों समेत कई प्रमुख हथियारों को यहां तैनात किया गया है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख, वायुसेना प्रमुख और नागरिक सरकार के वरिष्ठ नेता इसी एयरबेस का इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि पाकिस्तान आने वाले वीवीआईपी गेस्ट भी नूर खान एयरबेस पर ही लैंड करते हैं।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में नूर खान सहित पाकिस्तान के कुल 11 एयरबेसों पर हमले किए थे। इनमें सरगोधा, रफीकी, जैकोबाबाद और मुरीदके में एयरबेस शामिल थे। भारत के इन हवाई हमलों में पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमान नष्ट हुए थे। इनके अलावा पाकिस्तानी रडार साइट, विमानों को रखने वाले हैंगर और रनवे भी नष्ट हुए थे। पाकिस्तानी एयरबेसों पर हमले और उनको पहुंचे नुकसान की तस्वीरें पूरी दुनिया ने देखी थी।

