जयपुर। फिल्म को लेकर छिड़े विवाद के बीच शुक्रवार को राजस्थान के तीन बड़े राजपूत संगठनों ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के चेयरमैन प्रसून जोशी को धमकी दी है।
संगठनों ने कहा है कि अगर प्रसून जोशी अगले सप्ताह होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्ट (जेएलएफ) में शामिल होते हैं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। 25 जनवरी से शुरू हो रहे लिटफेस्ट में सेंसर बोर्ड चीफ 28 जनवरी को ‘मैं और वो: मुझसे मेरी बात’ विषय पर एक सेशन करने वाले हैं।
राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष नारायण सिंह देवराला ने कहा, ‘प्रसून जोशी ने हमारे राजाओं के बारे में कई गलत बातें कही हैं। उन्हें जयपुर लिटफेस्ट में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा।’
इस संगठन की ही शाखा श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने कहा कि जोशी और वे सभी लोग जिन्होंने विवादित फिल्म का साथ दिया है, हम किसी को भी राजस्थान में नहीं घुसने देंगे। इसके अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेदी ने कहा, ‘हमें लिटफेस्ट से कोई मतलब नहीं है।’
एक अन्य संगठन, करणी सेना के नेता अजीत सिंह मंडोली ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि बॉलिवुड हस्तियां हमें बहुत हल्के में ले रही हैं। करणी सेना उनका और उनके साथ आने वालों का स्वागत जूते-चप्पलों से करेगी।’
इससे पहले करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ने एक विडियो के जरिए कहा था कि फिल्म को रिलीज करने वालों और फिल्म के समर्थन में कुछ भी बोलने वालों को जयपुर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। करणी सेना ने यह भी धमकी दी है कि वह संजय लीला भंसाली को भविष्य में राजस्थान में कोई प्रॉजेक्ट शूट भी नहीं करने देगी।
इन धमकियों को लेकर जयपुर पुलिस की तैयारी पर बोलते हुए डीजीपी ओपी गल्होत्रा ने बताया कि जेएलएफ की सुरक्षा में 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘हम किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार हैं और इस बार उपद्रवियों को लिटफेस्ट से दूर रखने और रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।’