पुतिन के दौरे से पहले अजमेर दरगाह को बम से उड़ाने की धमकी, एंट्री बंद

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अजमेर। गुरुवार दोपहर को शहर में अचानक तनावपूर्ण स्थिति बन गई, जब कलेक्ट्रेट को मिले एक ईमेल में अजमेर दरगाह, कलेक्टर कार्यालय और कुडनकुलम परमाणु संयंत्र में बम लगाने की धमकी दी गई। ईमेल में दावा किया गया कि इन स्थानों पर 4 RDX IED लगाए गए हैं और “पुतिन के आते ही विस्फोट होगा।” ईमेल मिलते ही प्रशासन, पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों में हड़कंप मच गया।

एसपी वंदिता राणा के अनुसार, धमकी भरा ईमेल मिलते ही सभी विभाग एक्टिव मोड में आ गए। कलेक्ट्रेट में मौजूद कर्मचारियों को तुरंत बाहर निकालकर कंपाउंड की गहन तलाशी ली गई। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अजमेर दरगाह को भी खाली करवाते हुए व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वॉड और एटीएस टीमों की मदद से परिसर के हर हिस्से की जांच की जा रही है।

दोपहर लगभग 1 बजे दरगाह का प्रवेश पूरी तरह रोक दिया गया। सुरक्षा कर्मियों ने दरगाह के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। लगभग ढाई घंटे तक किसी भी व्यक्ति को भीतर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान कई जायरीन बाहर इंतजार करते नजर आए। हालांकि सुरक्षा सुनिश्चित होने के बाद प्रवेश फिर शुरू किया गया।

जायरीन को असुविधा जरूर हुई, लेकिन सभी ने जांच में पूरा सहयोग किया। पुलिस का कहना है कि इस तरह की धमकियों को हल्के में नहीं लिया जा सकता, इसलिए हर प्रक्रिया को सख्ती से पूरा किया गया।

सितंबर 2022 में बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के अजमेर दरगाह आगमन के दौरान आखिरी बार पूरा परिसर खाली करवाया गया था। उसके बाद अब बम की धमकी के चलते दरगाह को पूरी तरह खाली कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों के साथ कुछ खादिम परिसर में मौजूद रहे ताकि जांच प्रक्रिया सुचारू रूप से चले।

धमकी मिलने के बाद एटीएस(ATS) की विशेष टीम भी तुरंत दरगाह पहुंची। एटीएस के जवानों ने स्वतंत्र रूप से भी परिसर की चेकिंग शुरू कर दी। इसके अलावा सीआईडी, ग्रामीण एडिशनल एसपी दीपक शर्मा, सीओ शिवम जोशी और चार थानों की पुलिस टीमें लगातार तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं।

शहर के नौ थानों के थाना अधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है। दरगाह के चारों तरफ लगे सभी गेट बंद कर दिए गए हैं और किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है।

अजमेर नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी जगदीश प्रसाद फुलवारी ने बताया कि सभी दमकलों को तैयार कर लिया गया है और पूरा स्टाफ अलर्ट पर है। जो कर्मचारी छुट्टी पर थे, उन्हें भी तुरंत ड्यूटी पर बुलाया गया है। सुरक्षा के मद्देनज़र अतिरिक्त फोर्स भी तैनात किया गया है।

धमकी मिलने के बाद कलेक्ट्रेट को भी पूरी तरह जांचा गया। कर्मचारियों को बाहर निकालकर सभी कमरों, दस्तावेज़ सेक्शनों और बेसमेंट तक की तलाशी ली गई। एसपी ने बताया कि अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है, लेकिन जांच प्रक्रिया पूरी होने तक किसी भी संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

अजमेर शहर में अचानक सक्रियता बढ़ गई है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। दरगाह के बाहर भीड़ लग चुकी है, लेकिन किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। अधिकारी लगातार ईमेल के स्रोत और धमकी की गंभीरता की जांच में जुटे हैं।