Import: भारत में मसूर एवं देसी चना का ऑस्ट्रेलिया से आयात जारी

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ब्रिसबेन। ऑस्ट्रेलिया में पिछले महीने से चना और मसूर की नई फसल की कटाई-तैयारी और मंडियों में आवक शुरू हो चुकी है और दक्षिण एशिया के देशों में इसकी अच्छी मांग भी देखी जा रही है। इसमें भारत, पाकिस्तान और बांग्ला देश मुख्य रूप से शामिल है।

सरकारी एजेंसी- ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश से मसूर का निर्यात सितम्बर 2025 की तुलना में अक्टूबर 2025 के दौरान 75,235 टन से घटकर 72,500 टन पर अटक गया।

अक्टूबर 2025 में ऑस्ट्रेलिया से पाकिस्तान को सर्वाधिक 22,529 टन तथा बांग्ला देश को 22500 टन मसूर का निर्यात हुआ जबकि भारत को 17,105 टन मसूर का शिपमेंट किया गया। पिछले सीजन के दौरान ऑस्ट्रेलिया में मसूर के उत्पादन में भारी गिरावट आ गई थी जिसका असर उसके निर्यात पर भी पड़ा।

प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक नवम्बर 2024 से अक्टूबर 2025 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से मसूर का सकल निर्यात घटकर 10,98,547 टन पर अटक गया जो 2023-24 सीजन की समान अवधि के शिपमेंट 14,06,307 टन से काफी कम रहा।

दूसरी ओर इसी अवधि में देसी चना का निर्यात 5,17,798 टन से उछलकर 20,80,011 टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया।अक्टूबर 2025 में भी वहां से चना का निर्यात बढ़कर 1,18,945 टन पर पहुंचा जो सितम्बर के शिपमेंट 27,279 टन से काफी अधिक रहा।

अक्टूबर 2025 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से पाकिस्तान को 52,928 टन, बांग्ला देश को 40,641 टन तथा भारत को 16,662 टन चना का निर्यात किया गया।

2024-25 सीजन की तुलना में 2025-26 के मौजूदा मार्केटिंग सीजन के दौरान चना के उत्पादन में कुछ कमी आने की संभावना है जबकि मसूर के उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। अधिकांश क्षेत्रों में फसल की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है।