सिक्कों और स्टैम्प में दिखी मौर्यकाल से लेकर आधुनिक भारत की झलक

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कोटा। एसएनसी सोसायटी की ओर से शुक्रवार को झालावाड़ रोड़ स्थित माहेश्वरी भवन पर स्टेम्प्स, कॉईन्स, नोट्स की तीन दिवसीय दुर्लभ प्रदर्शनी का शुभारम्भ हुआ। जहां विभिन्न प्रकार के दुर्लभ सिक्के, नोट और स्टेम्प को देखने के लिए दिनभर आमजन की भीड़ लगी रही।

मुख्य अतिथि रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष राजेश बिरला थे। राजेश बिरला ने कहा कि सिक्के, नोट और मुहरें हमारे इतिहास की निरंतरता को परिलक्षित करती है। हमारी प्रगति के चरणों को दिखाती है।

उन्होंने कहा कि एक-एक चीज को सहेजना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। यह सबके वश की बात नहीं है। इनका संग्रह पारखी लोगों द्वारा ही किया जा सकता है। किसी सिक्के का मूल्य सामान्य व्यक्ति को पता नहीं होता, लेकिन पारखी व्यक्ति के लिए उसका मूल्य लाखों में हो सकता है।

सोसायटी के फाउंडर सौरभ लोढ़ा तथा को- फाउंडर शुभम लोढ़ा ने बताया कि प्रदर्शनी स्थल पर देशभर से आने वाली 100 से अधिक स्टॉल्स लगाईं गईं हैं। जिन पर दुर्लभ संग्रह का प्रदर्शन किया गया। यहां सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य से लेकर मुगल काल, ब्रिटिश काल और स्वतंत्र भारत में जारी किए गए विभिन्न सिक्कों का अद्भुत प्रदर्शन किया गया था। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर जारी किया गया सिक्का भी प्रदर्शनी स्थल पर अवलोकन के लिए रखा गया।

इसके अलावा विभिन्न प्रकार के पोस्टकार्ड, डाक टिकट, दुर्लभ अखबार, राजनीतिक दलों के द्वारा समय-समय पर जारी किए गए चंदे के कूपन, विभिन्न कंपनियों द्वारा उत्पादों के प्रचार के लिए उपयोग में ली गई प्रचार सामग्री का भी प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर गिरीश शर्मा और उज्जैन के आरसी ठाकुर को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस दौरान सोसायटी के फाउंडर सौरभ लोढ़ा,को- फाउंडर शुभम लोढ़ा, सोसायटी के संरक्षक आनंद राठी, नरेन्द्र कटियाल, राजाराम लड्ढा, पीयूष ख्याल, यशवंत लोढ़ा मौजूद रहे।