नई दिल्ली। बाजारों में आवक कम होने और उत्पाद की मजबूत मांग के कारण, पेराई और प्रसंस्करण इकाइयों ने 8-14 नवंबर के सप्ताह के दौरान सोयाबीन की खरीद में मजबूत रुचि दिखाई, जिससे इसके प्लांट डिलीवरी मूल्य में 100-200 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई।
मध्य प्रदेश में सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव ₹4600-4700 प्रति क्विंटल, महाराष्ट्र में ₹4750-₹4900 प्रति क्विंटल और राजस्थान में ₹4750 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में सोयाबीन के लिए भावांतर योजना लागू है, जबकि महाराष्ट्र में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की सरकारी खरीद 15 नवंबर से शुरू हुई थी। कीमतों में सुधार के बावजूद, सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव ₹5328 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे रहा।
सोयाबीन रिफायंड तेल
सोयाबीन की कीमतों में सुधार के कारण रिफाइंड सोयाबीन तेल की कीमतों में भी मामूली वृद्धि हुई। मध्य प्रदेश के मंदसौर में, भाव 13 रुपये बढ़कर 1245-1250 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गए। कोटा और हल्दिया में सोयाबीन तेल की कीमतों में 15-15 रुपये, जबकि मुंबई और कांडला में 10-10 रुपये का सुधार हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कुछ तेजी रही, जिसका असर घरेलू बाजार पर पड़ा।
प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सोयाबीन की आवक जारी है। 10 नवंबर को आपूर्ति बढ़कर 9 लाख बोरी हो गई, जबकि 11 और 12 नवंबर को यह मात्रा 8.50 लाख बोरी प्रति बोरी दर्ज की गई। प्रत्येक सोयाबीन बोरी का वजन 100 किलोग्राम यानी 1 क्विंटल है।
सोयाबीन DOC
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान महाराष्ट्र में सोयाबीन डीओसी का कारोबार मज़बूत रहा, जिससे इसकी कीमत ₹2,000-3,000 प्रति टन तक बढ़ गई। एक प्लांट में, कीमत ₹3,500 बढ़कर ₹38,500 प्रति टन हो गई। ज़्यादातर प्लांट में कीमतें ₹34,000 प्रति टन या उससे ऊपर रहीं। मूल्य समर्थन योजना (PSS) के तहत किसानों से सोयाबीन की सरकारी ख़रीद महाराष्ट्र में 15 नवंबर से शुरू हुई।

