राजस्थान में चना 12.47 लाख हेक्टेयर में, सरसों का रकबा 28 लाख हेक्टेयर के पार

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जयपुर। देश के पश्चिमी प्रान्त – राजस्थान में एक तरफ खरीफ फसलों की कटाई-तैयारी और दूसरी ओर रबी फसलों की जोरदार बिजाई जारी है। किसान रबी फसलों और खासकर गेहूं, चना तथा सरसों की खेती में जबरदस्त दिलचस्पी दिखा रहा है जिससे इसके उत्पादन क्षेत्र में शानदार बढ़ोत्तरी हो रही है। अन्य फसलों का रकबा भी गत वर्ष से आगे चल रहा है।

राजस्थान कृषि विभाग की नवीनतम साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य में इस बार 3 नवम्बर 2025 तक रबी फसलों का सकल उत्पादन क्षेत्र उछलकर 46.01 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समानअवधि के बिजाई क्षेत्र 36.68 लाख हेक्टेयर से करीब 9.34 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।

इसके तहत अनाजी फसलों का रकबा 1.51 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.61 लाख हेक्टेयर, दलहनों का क्षेत्रफल 9.64 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 12.55 लाख हेक्टेयर और तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र 23.19 लाख हेक्टेयर से उछलकर 27.46 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।

आधिकारिक आकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले चालू रबी सीजन के दौरान राजस्थान में गेहूं का उत्पादन क्षेत्र 1.07 लाख हेक्टेयर से उछलकर 2.62 लाख हेक्टेयर तथा जौ का बिजाई क्षेत्र 44 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 99 हजार हेक्टेयर हो गया।

इसी तरह दलहन फसलों में चना का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 9.56 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 12.47 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर अन्य दलहनों का रकबा 8520 हेक्टेयर से गिरकर 7829 हेक्टेयर पर अटक गया।

जहां तक तिलहन फसलों का सवाल है तो इसमें सरसों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 22.73 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 28.62 लाख हेक्टेयर और तारामीरा का बिजाई क्षेत्र 43 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 80 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा जबकि अलसी का रकबा 3482 हेक्टेयर से गिरकर 2928 हेक्टेयर रह गया। जोरदार बिजाई की प्रक्रिया अभी जारी है।