प्रज्ञालोक में अनुपम चातुर्मास का समापन, कल आचार्य प्रज्ञा सागर करेंगे विहार

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कोटा। प्रज्ञा अनुपम चातुर्मास के निष्ठापन के पावन अवसर पर रविवार को महावीर नगर प्रथम स्थित प्रज्ञालोक साधना केंद्र में भक्ति, समर्पण और संस्कार से ओत-प्रोत दृश्य देखने को मिला। तपोभूमि प्रणेता, पर्यावरण संरक्षक आचार्य प्रज्ञासागर मुनिराज के सान्निध्य में श्रद्धालुओं ने भावविभोर होकर पूजन-अर्चन किया।

महामंत्री नवीन जैन दौराया ने बताया कि भक्तों ने दोनों हाथ जोड़कर गुरूदेव को श्रीफल, नैवेद्य, धूप एवं जयमाला अर्पित कर अपनी आस्था का अर्घ्य समर्पित किया। मंच से गूंजते भावपूर्ण भजनों — “गुरुवर तुमने जिंदगी में आकर जिंदगी बदल दी”, “हर जन्म में तेरा साथ चाहिए, जहां चरण हो प्रज्ञासागर के, वहां मेरा ठिकाना हो” और “तेरा दर्शन जब से मिल गया, सिर पर रख दो हाथ…” पर श्रावक-श्राविकाएं भक्ति में सराबोर होकर झूमते नजर आए।

पुण्यार्जकों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम के मंगलाचरण में बालक-बालिकाओं ने चातुर्मास के दौरान गुरूदेव द्वारा किए गए आध्यात्मिक कार्यों पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। मंच से 15 कलशधारी परिवारों की अनुमोदना की गई, जिनमें कमला देवी, लोकेश व दीप्ति जैन (सीसवाली परिवार), कैलाश, मोहनलाल, यतीश जैन खेड़ावाला परिवार, अनिल-नवीन जैन दौराया परिवार, अजय जैन खटकीड़ा, दमदमा परिवार सहित अन्य शामिल थे। सभी पुण्यार्जकों को कलश प्रदान किए गए, जिन्हें गुरूदेव उनके घरों में स्थापित करवाएंगे।

गुरूदेव प्रज्ञासागर महाराज ने स्वयं गुरू आस्था परिवार के सदस्यों के बीच लकी ड्रा के माध्यम से 16वां कलश मिथुन मित्तल को प्रदान किया गया। मंच पर उन्हें कंधों पर बैठाकर लाया गया और उनके सौभाग्य की अनुमोदना पूरे उत्साह के साथ की गई। गुरूदेव के पादप्रक्षालन का अवसर जितेन्द्र—श्वेता जैन दिल्ली व शास्त्रभेंट का सौभाग्य मधुसूदन अग्रवाल को प्राप्त हुआ।

सौभाग्य और पुरुषार्थ एक ही सिक्के के दो पहलू
अपने प्रवचन में आचार्य प्रज्ञासागर ने कहा कि सौभाग्य और पुरुषार्थ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जहां पुरुषार्थ विजय पाता है, वहीं सौभाग्य भी फलित होता है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष, ये चार पुरुषार्थ जीवन के संतुलन और समृद्धि का आधार हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को केवल भाग्य पर नहीं, बल्कि पुरुषार्थ पर विश्वास करना चाहिए, तभी सच्चा सुख और सम्पन्नता संभव है।

गुरूदेव ने बताया कि वे 28 अक्टूबर को प्रज्ञालोक से विहार करते हुए शास्त्री मार्केट स्थित दिगंबर जैन मंदिर की ओर प्रवास करेंगे, जबकि 17 नवम्बर को मण्डाना में गुरुधाम तीर्थ का भूमि पूजन एवं पिच्छी परिवर्तन समारोह आयोजित होगा।

अनेक गणमान्य रहे उपस्थित
कार्यक्रम में भाजपा शहर जिलाध्यक्ष राकेश जैन, एडीशनल एसपी विजय स्वर्णकार, पवन जैन, भगवत सिंह हिंगड़, डीवाईएसपी आशीष भार्गव, निगम उपाध्यक्ष (आरएएस) जवाहर जैन, प्रवीण जैन, सकल समाज संरक्षक राजमल पाटौदी, विमल जैन (नांता), अध्यक्ष प्रकाश बज, महामंत्री पदम बड़ला तथा गुरू आस्था परिवार से विनय शाह, कपिल आगम, नितेश जैन, शेलेन्द्र जैन, त्रिलोक जैन, मिलाप अजमेरा, विकास मजीतिया, अर्पित सराफ, अनिल दौराया, योगेश सिंघम, सौरभ जैन, अजय मेहरू, अजय खटकिडा, लोकेश दमदमा, राजीव पाटनी सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।