चंबल टूरिस्ट होटल बंद करने पर आरटीडीसी प्रबंधक व कलेक्टर से जवाब-तलब

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कोटा। आरटीडीसी की ओर से कोटा में संचालित चंबल होटल को बंद करने का मामला अदालत में पहुंच गया है। इसे बंद नहीं करने की मांग पर वकील सहित तीन जनों की ओर से पेश जनहित याचिका पर स्थाई लोक अदालत ने आरटीडीसी होटल प्रबंधक व जिला कलेक्टर को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। याचिका पर सुनवाई 13 नवंबर को होगी।

वकील लोकेश कुमार सैनी, जगदीश अरविंद एवं धर्मबधु आर्य ने याचिका में बताया कि कोटा शहर को पर्यटन सिटी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आरटीडीसी की ओर से कोटा में संचालित किए जा रहे चंबल होटल को बंद किया जा रहा है। होटल की बुकिंग बंद की जा रही है। बिजली, पानी फोन आदि कनेक्शन काटे जा रहे हैं। वर्तमान में होटल का भवन जर्जर हो चुका है।

इस होटल से आरटीडीसी को अच्छी आय हो रही थी। इस होटल में देशी व विदेशी पर्यटक ठहरते हैं। साथ ही यह होटल शादी व अन्य आयोजनों के लिए लोगों को आकर्षित करती है। परंतु मरम्मत पर ध्यान देने की बजाय इसे बंद किया जा रहा है, जो अनुचित है।

याचिकाकर्ताओं ने बताया कि इस होटल का भवन की हालत खराब है। रसोई से लेकर सभी कमरों की हालत खराब है। दीवारों व छतों का प्लास्टर उखड़ चुका है। कई बार छत का प्लास्टर गिर भी चुका है। छतों से सरिए बाहर निकल रहे हैं। कई जगहों पर दीवारों में दरारें आ रही हैं।

होटल में कई स्थानों पर विद्युत तार झूल रहे हैं। सालों पुराना ड्रेनेज सिस्टम चौक हो चुका है। होटल के चारों ओर हरियाली होने से यह काफी आकर्षक लगती है। होटल में कुल 15 कमरे हैं। सात एसी और सात सामान्य है। एक फैमेली कक्ष भी है।