अफगानिस्तान ने किया पाकिस्तान को तबाह; चौकियां ध्वस्त, टैंकों पर कब्जा

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नई दिल्ली। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर हिंसक झड़पों में बदल गया है। बुधवार तड़के उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के दूरदराज क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के खुर्रम जिले से गोलाबारी की ताजा रिपोर्टें सामने आई हैं।

पाकिस्तान के सरकारी मीडिया ने अफगान बलों पर “बिना किसी उकसावे” के फायरिंग शुरू करने का आरोप लगाया है, जिसे पाकिस्तानी सेना ने “पूरी ताकत और तीव्रता” के साथ जवाब देने का दावा किया है। इस बीच अफगानिस्तान ने भारत की तरह ही पाकिस्तान की तबाही के सबूत जारी किए हैं।

अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने नष्ट की गईं पाकिस्तानी चौकियों के वीडियो जारी किए हैं। इतना ही नहीं, तालिबान सरकार ने अफगान बलों द्वारा कब्जे में लिए गए पाकिस्तानी हथियारों और टैंकों का भी वीडियो जारी किया है। अफगान पक्ष ने कहा है कि पाकिस्तान ने पिछले 24 घंटों में अफगानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में हमले किए हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तानी तोपखाने की गोलाबारी के जवाब में अफगान सेना ने “पाकिस्तानी हमलावरों का सफाया कर दिया, चौकियां, अड्डे, हथियार और टैंक जब्त कर लिए।” जबीहुल्लाह ने बताया कि स्पिन बोल्डक में पाकिस्तान की अकारण गोलीबारी में 12 नागरिक शहीद, 100 से अधिक घायल हुए हैं।

पाकिस्तान भी कर रहा दावे
इधर पाकिस्तान टीवी (PTV) और सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी जवाबी कार्रवाई में कथित तौर पर अफगान तालिबान के कई ठिकानों को भारी नुकसान हुआ और उनके टैंक और चौकियां नष्ट कर दी गईं। नाइट विजन कैमरों से कैद की गई नई तस्वीरों में धधकती आग और तबाही के मंजर दिखाई दे रहे हैं। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया है, जिससे दुर्रानी लाइन (दुर्गम सीमा) पर तनाव और बढ़ गया है।

पाक अखबार डॉन ने भी पुष्टि की कि तालिबान की कई पोस्टों को नुकसान पहुंचा है और एक टैंक आग की चपेट में आ गया। रिपोर्ट के अनुसार, “खुर्रम सेक्टर में अफगान तालिबान की एक और पोस्ट और टैंक पोजिशन को भी तबाह कर दिया गया।” अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत के डिप्टी पुलिस प्रवक्ता ताहिर अहरार ने झड़पों की पुष्टि की, लेकिन विस्तृत जानकारी देने से इनकार किया। यह इस हफ्ते दूसरी बार है जब दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा पर गोलीबारी हुई है।

बड़े प्रशिक्षण शिविर को भी ध्वस्त करने का दावा
सरकारी मीडिया ने यह भी दावा किया कि अफगान बलों और पाकिस्तानी तालिबान (TTP) ने संयुक्त रूप से पाकिस्तानी पोस्ट पर हमला किया था, जिसके जवाब में पाकिस्तानी सेना ने “कड़े प्रतिकार” की कार्रवाई की। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी बलों ने इस दौरान TTP के एक बड़े प्रशिक्षण शिविर को भी ध्वस्त कर दिया।

पाकिस्तान की सेना ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सेना को पिछले शनिवार से ही हाई अलर्ट पर रखा गया है, जब दोनों ओर से सीमा के कई इलाकों में गोलीबारी हुई थी। उस समय दोनों देशों में दर्जनों हताहतों की खबरें आई थीं।

पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सभी सीमाएं अब भी बंद
हालांकि रविवार को सऊदी अरब और कतर की मध्यस्थता के बाद कुछ समय के लिए फायरिंग रुकी थी, लेकिन पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सभी सीमाएं अब भी बंद हैं। काबुल ने दावा किया था कि उसने “बार-बार अफगान क्षेत्र और हवाई सीमा का उल्लंघन” करने के जवाब में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिनमें 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। वहीं, पाकिस्तान ने इन आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया बताते हुए कहा कि उसने 23 सैनिक खोए हैं और जवाबी कार्रवाई में 200 से अधिक “तालिबान और संबद्ध आतंकवादियों” को मार गिराया है।

तनाव पिछले सप्ताह तब और बढ़ गया जब अफगान तालिबान सरकार ने पाकिस्तान पर काबुल और पूर्वी अफगानिस्तान के एक बाजार में हवाई हमले करने का आरोप लगाया था। हालांकि, पाकिस्तान ने इन आरोपों की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है।

पाकिस्तान का कहना है कि वह केवल तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों को निशाना बनाता है, जो अफगान तालिबान से संबद्ध एक आतंकवादी संगठन है और पाकिस्तान के भीतर कई घातक हमले कर चुका है। काबुल इस आरोप से इनकार करता है और कहता है कि वह किसी भी देश के खिलाफ अपनी ज़मीन का इस्तेमाल नहीं होने देता।

पाकिस्तान की तबाही के सबूत
भारत ने 7 मई को लॉन्च किए गए ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला था जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 25 मिनट के अंदर 24 स्ट्राइक के जरिए 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया और पाकिस्तानी वायुसेना के कई एयरबेस, जैसे शाहबाज (जाकोबाबाद), भोलारी और सरगोधा, पर भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें कई फाइटर जेट नष्ट हो गए।

ऑपरेशन के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैटेलाइट इमेजरी और ‘बीफोर-आफ्टर’ तस्वीरें जारी कीं, जो पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं की तबाही के स्पष्ट सबूत पेश करती हैं, जिसमें 50 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों की मौत और आतंकी लॉन्च पैड्स का विनाश शामिल है। पाकिस्तान ने इन हमलों को नकारा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने सैटेलाइट डेटा के आधार पर भारत के दावों की पुष्टि की। वहीं पाकिस्तान आज तक एक भी सबूत नहीं दे पाया।