नई दिल्ली। बुवाई क्षेत्र में लगभग 10 लाख हेक्टेयर की कमी और बाढ़ व बारिश से फसल को हुए भारी नुकसान के कारण, चालू सीजन में सोयाबीन उत्पादन में भारी गिरावट आने की आशंका है। मंडियों में आवक भी सीमित है, लेकिन कीमतें अभी भी गिर रही हैं।
प्लांट डिलीवरी भाव
4-10 अक्टूबर के सप्ताह के दौरान, सोयाबीन के खुले बाज़ार भाव और प्लांट डिलीवरी भाव में ₹100-200 प्रति क्विंटल की और गिरावट आई, जबकि ये पहले से ही ₹5328 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे कारोबार कर रहे थे। मध्य प्रदेश में सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव ₹4200-4400 प्रति क्विंटल, महाराष्ट्र में ₹4400-4600 प्रति क्विंटल और राजस्थान में ₹4400 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
सोयाबीन (रिफाइंड) तेल
हालांकि, त्योहारी मांग के कारण रिफाइंड सोयाबीन तेल का भाव 10-20 रुपये प्रति 10 किलोग्राम बढ़ गया। मध्य प्रदेश के पीथमपुर में यह 20 रुपये बढ़कर 1260-1265 रुपये प्रति 10 किलोग्राम, महाराष्ट्र के मुंबई में यह 10 रुपये सुधरकर 1270 रुपये, राजस्थान के कोटा में यह 20 रुपये बढ़कर 1290 रुपये, गुजरात के कांडला में यह 10 रुपये सुधरकर 1255 रुपये और बंगाल के हल्दिया में यह 23 रुपये बढ़कर 1265 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गया।
वैश्विक बाजार में तेजी के चलते सोयाबीन तेल के आयात भाव में बढ़ोतरी हुई। समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन डीगम के आयात भाव में 2112 रुपये प्रति टन यानी 25 डॉलर प्रति टन की बढ़ोतरी हुई, जबकि हाई सीज के भाव में 14 रुपये प्रति 10 किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई। अक्टूबर डिलीवरी के लिए भाव 1193 डॉलर प्रति टन पर पहुँच गए।
मध्य प्रदेश में सोयाबीन डीओसी का सीमित कारोबार होने से कीमतें अपरिवर्तित रहीं, लेकिन महाराष्ट्र में कमजोर माँग के कारण कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 500 से 1,500 रुपये प्रति टन की गिरावट दर्ज की गई। राजस्थान में भी 1,000 रुपये की गिरावट देखी गई। आने वाले दिनों में सोयाबीन के नए स्टॉक की आवक बढ़ने की उम्मीद है। सोपा ने उत्पादन 12.5 मिलियन टन से घटकर 10.5 मिलियन टन रहने का अनुमान लगाया है।

