कोटा। ALLEN Tallentex Exam: प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के लिए एलन टैलेंटेक्स परीक्षा के 12वें संस्करण की प्रथम ऑफलाइन परीक्षा रविवार को हुई। यह परीक्षा देश के 10 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित की गई।
इसमें दिल्ली एनसीआर, चंडीगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्वाख, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड के साथ कर्नाटक व उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में परीक्षा हुई।
वाइस प्रसीडेंट व टैलेंटेक्स के नेशनल हेड पंकज अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में दोपहर 1 से 3 बजे तक आयोजित की गई। इन राज्यों के 313 कस्बों व शहरों में 580 परीक्षा केन्द्रों पर सवा लाख से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए।
कोटा में एलन के झालावाड़ रोड स्थित साकार-1, जवाहर नगर स्थित सत्यार्थ, कुन्हाड़ी लैंडमार्क सिटी स्थित सम्यक कैम्पस, इन्द्रविहार स्थित समर्थ कैम्पस व बारां रोड स्थित सुपथ कैम्पस में परीक्षा हुई।
अग्रवाल ने बताया कि ऑफलाइन मोड के अंतिम चरण की परीक्षा 12 अक्टूबर को होगी। इन दोनों परीक्षाओं का संयुक्त परिणाम नवम्बर के पहले सप्ताह में जारी किया जाएगा। परिणामों में विद्यार्थियों को उनकी ऑल इंडिया रैंक व स्टेट रैंक के साथ नकद पुरस्कार व स्कॉलरशिप की घोषणा की जाएगी।
परिणामों के बाद चयनित विद्यार्थियों को कैश अवार्ड तथा नियत तिथि तक एलन में सत्र 2026-27 के लिए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को रियायती फीस पर 90 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप का दोहरा लाभ मिल सकेगा। परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद रैंकर्स का सम्मान समारोह होगा।
उन्होंने बताया कि टैलेंटेक्स में सन-2025 तक करीब 18.25 लाख स्टूडेंट्स शामिल हो चुके हैं। गौरतलब है कि टैलेंटेक्स के माध्यम से एलन से जुड़ने वाले कई प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने पूर्व में आईआईटी, नीट व ओलंपियाड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ ऑल इंडिया टॉप 100 में रैंक हासिल की है। टैलेंटेक्स के विद्यार्थयों को श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर अगले सत्र में ऑफलाइन के साथ एलन के ऑनलाइन कोर्स में भी स्कॉलरशिप दी जाएगी।
टैलेंटेक्स क्यों है खास….
इस परीक्षा का आयोजन देश की प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं आईआईटी, नीट व पूर्व में होने वाली एनटीएसई की तर्ज पर किया जाता है। परीक्षा का स्तर, अंक प्रणाली व विद्यार्थियों का अपना आंकलन जांचेगा कि यह परीक्षा देश की परीक्षाओं में बेहतर है। 10वीं की परीक्षा देने वाले जिन विद्यार्थियों को अपना कॅरियर इंजीनियरिंग या मेडिकल क्षेत्र में बनाना है, उनके लिए यह परीक्षा वरदान साबित हो सकती है। इस परीक्षा में शामिल होने के बाद यह आंकलन किया जा सकता है कि स्वयं को कितनी तैयारी करनी है तथा रियायती फीस पर स्कॉलरशिप मिलने से कॅरियर निर्माण पर आर्थिक बोझ भी नहीं आता।

