दशहरा 2025: जनसहभागिता से रामबारात को भव्य रूप दिया जाएगा- राजवंशी

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कोटा। राष्ट्रीय मेला दशहरा- 2025 के अंतर्गत 27 सितंबर को निकलने वाली राम बारात को भव्य बनाने के लिए शहर के सामाजिक और धार्मिक संगठनों की शनिवार को नगर निगम के प्रशासनिक भवन ए ब्लॉक में बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने की।

विवेक राजवंशी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जनसहभागिता से रामबारात को भव्य रूप दिया जाएगा। इसी के तहत पिछले वर्ष राज्य सरकार के माध्यम से राम बारात के मार्ग में परिवर्तन किया गया था। वर्ष 1989 के बाद से सभी समाजों की जनभावनाओं को ध्यान में रखकर पहली बार गीता भवन से राम बारात को प्रारंभ किया गया। इस प्रकार का निर्णय 36 साल बाद लिया गया।

उन्होंने बताया कि राम बारात 27 सितम्बर को गीता भवन से 5:30 बजे प्रारंभ होकर वाल्मिकी भवन, सब्जी मंडी, भगत सिंह चौराहा, गंधी जी की पुल, केथूनी पोल चौराहा, टिपटा, किशोरपुरा दरवाजा होते हुए दशहरा मैदान पहुंचेगी। जिसमें बड़ी संख्या में राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान बने हुए बच्चे भी चलेंगे।

उन्होंने कहा कि लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला आकांक्षा के अनुरूप राम बारात का स्वरूप भव्य बनाने का प्रयास करेंगे। जिससे शोभायात्रा में शामिल होने वाले हर भक्त को यह लगे कि प्रभु श्री राम की बारात में चल रहे हैं।

इस दौरान अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश गोयल ने बताया कि रामबारात के लिए 25 – 30 लाख रुपए तक का बजट रखा गया है। जिसमें निगम की ओर से भी तीन भव्य झांकियां होगी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर राम बारात को देखने के लिए अपार भीड़ आती हैं, लेकिन वे बारात के साथ नहीं चलते हैं। इन्हें साथ लेने के प्रयास किया जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राम बारात में विभिन्न संस्थाओं की ओर से झांकियां, भजन मंडली, महिला मंडली आदि लेकर के आया जा सकता है। इसके लिए किसी संसाधन की आवश्यकता होगी तो निगम उपलब्ध कराएगी। अभी भी कोई संस्था राम बारात को लेकर सुझाव देना चाहे तो निगम परिसर में मेला अध्यक्ष और मेला अधिकारी को दे सकते हैं।

इन्होंने दिए सुझाव
श्री मंशापूर्ण हनुमान मंदिर छावनी के सचिव जयप्रकाश तुसिया ने कहा कि लोगों के हाथ में झांझ और मंजीरे हों तथा सभी के हाथ में भगवा ध्वज हो तो दृश्य आकर्षक बनेगा। संकट मोचन हनुमान मंदिर से विकास पचवारिया ने कहा कि क्षेत्र के अनुसार टोलियां बनाकर संपर्क की व्यवस्था होनी चाहिए। आर्य समाज की संभाग प्रतिनिधि सुमनबाला सक्सेना ने कहा कि श्रीराम की भजन करते हुए महिलाओं की मंडली होनी चाहिए। मंशापूर्ण हनुमान मंदिर समिति छावनी के अध्यक्ष गजानन जैन ने कहा कि साफा बांधने में अनावश्यक समय खराब होता है। इसकी कोई अन्य व्यवस्था करनी चाहिए।

कश्यप बजरंग व्यायामशाला के करण सैनी ने कहा कि शोभायात्रा में अखाड़े भी हों। कराई के बालाजी धाम के बाबा धीरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि शोभायात्रा में साधु संतों की टोलियां चलें। आर्य समाज के प्रधान पीसी मित्तल ने कहा कि उनकी ओर से शोभायात्रा में यज्ञ करते हुए झांकी चलेगी।