कोटा। दिगंबर जैन धर्म के दशलक्षण पर्व के छठे दिन सुगंध दशमी के अवसर पर मंगलवार को आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज के तत्वावधान में सुगंध घट शोभायात्रा का भव्य आयोजन किया गया। प्रज्ञा लोक, महावीर नगर प्रथम से प्रारंभ हुई यह शोभायात्रा महावीर नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए दिगंबर जैन सफेद मंदिर और राजीव गांधी नगर होते हुए लाल जैन मंदिर पहुँची। पूजा-अर्चना के बाद यह पुनः प्रज्ञा लोक पर आकर सम्पन्न हुई।
देव रथ और धूप से हुआ शुभारंभ
अध्यक्ष लोकेश जैन ने बताया कि शोभायात्रा में देव विमान विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जो मार्गभर धूप देते हुए आगे बढ़ रहा था। यह यात्रा आष्ट दोषों के नाश हेतु आयोजित की गई थी। दोपहर 2 बजे प्रारंभ होकर यह शोभायात्रा शाम 5 बजे प्रज्ञा लोक पहुँची।
प्रज्ञासागर महाराज ने कहा कि सुगंध दशमी आत्मशुद्धि, त्याग और सद्कर्मों की ‘सुगंध’ फैलाने का संदेश देता है। दिन के व्रत और पूजा करने से अशुभ कर्मों का नाश और पुण्य अर्जन होता है। सुगंध दशमी का शाब्दिक अर्थ है ‘सुगंधित दशमी’। ‘सुगंध’ का अर्थ है अपने सद्कर्मों से फैलने वाली आध्यात्मिक सुगंध, जबकि ‘धूप’ कर्मों के नाश का प्रतीक है। सुगंध दशमी आत्मशुद्धि और तपस्या का पर्व है।
भक्तिभाव से सराबोर माहौल
शोभायात्रा में 400 से अधिक दशलक्षण शिविरार्थी सम्मिलित हुए, जबकि गुरु आस्था परिवार और जैन सकल दि समाज व महावीर नगर प्रथम सहित कोटा शहर से सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। नगर के लोग शोभायात्रा में पुष्पवर्षा करते दिखे। महिलाएँ गुलाबी परिधान में थीं, जबकि पुरुष सफेद कुर्ता-पायजामा धारण किए हुए थे।
संगीत और सजावट से सजी शोभा यात्रा
पूरे मार्ग को रंगोली से सजाया गया और डीजे एवं बैंड-बाजों के साथ यात्रा आगे बढ़ी। श्रद्धालु जैन पताकाएँ थामे नाचते-गाते और भक्ति गीतों की धुन पर झूमते नज़र आए। भक्ति और उल्लास से ओतप्रोत यह शोभायात्रा महावीर नगर उपनगर में धार्मिक उत्साह का अद्भुत उदाहरण बन गई।
शोभायात्रा में एडिशनल एसपी प्रवीण जैन, पार्षद योगेन्द्र शर्मा, शैलेन्द्र जैन, महामंत्री नवीन जैन, गुलाबचंद लुहाड़िया, राजीव पाटनी, भूपेन्द्र जैन, विनय शाह, संजय खटकिड़ा, अनिल दौराया, योगेश सिंगम, त्रिलोक जैन, शंभू जैन, लोकेश दमदमा, विकास मजीतिया, नीलेश खटकिड़ा, आशीष जैसवाल, अजय मेहरू, संजीव जैन, कपिल आगम सहित अनेक गणमान्यजन शामिल हुए।

