अमझार पुलिया पर रविवार से धीमी गति से निकलेंगे वाहन, झालावाड़ से कोटा आ सकेंगे

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ऊर्जा मंत्री नागर ने ली समीक्षा बैठक, वैकल्पिक मार्ग शुरू करने के दिए निर्देश

कोटा/ दरा/ कनवास। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शनिवार को अमझार पुलिया पर बंद ट्रैफिक और वैकल्पिक मार्गों को खोलने समेत विभिन्न विषयों को लेकर सर्किट हाऊस में बैठक की। इस दौरान जिला कलेक्टर पीयूष सामरिया तथा नेशनल हाईवे अथॉरिटी और आरएसआरडीसी के अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में दरा नाल स्थित अमझार पुलिया की मौजूदा स्थिति, भारी वाहनों के आवागमन पर लगी रोक और खानपुर व सांगोद मार्ग पर बढ़ते जाम को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि अमझार पुलिया पर से ट्रैफिक बंद होने से भारी वाहन कनवास, धूलेट, सांगोद और बारां होकर गुजर रहे हैं।

इस कारण से पूरे क्षेत्र में यातायात का भारी दबाव हो गया है। ऐसे में, ट्रैफिक कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है। व्यवस्था को सुचारु करने के लिए वैकल्पिक मार्ग को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।

मंत्री श्री नागर ने बताया कि एसवी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सूरत के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एनएच 52 के अमझार पर स्थित ब्रिज की अंतिम सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट 16 अगस्त 2025 को प्रस्तुत की गई है।

रिपोर्ट के अनुसार नए ब्रिज का निर्माण होने अथवा अन्य वैकल्पिक मार्ग विकसित होने तक पुराने ब्रिज पर निर्धारित गति सीमा 20 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक कमर्शियल वाहनों का संचालन एकतरफा लेन में किया जा सकता है।

ऐसे में, रविवार से अमझार पुलिया से वन वे ट्रैफिक शुरू कराया जा रहा है। जो कोटा से झालावाड़ की ओर जाएगा। इसके अलावा वही नीचे बनी हुई रियासतकालीन पुलिया से झालावाड़ से कोटा आने वाले वाहनों को निकाला जाएगा।

आरएसआरडीसी का यह रोड दरा से चेचट को जोड़ता है। जहां सीसी रोड बनाकर 10 सितंबर तक शुरू कर दिया जाएगा। इन वैकल्पिक मार्गों से वाहन गुजारकर टेस्टिंग कर ली गई है।

रियासतकालीन वैकल्पिक मार्ग का निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जा रहा है। टनल बनने तक अमझार पुलिया की मेंटेनेंस व रियासतकालीन वैकल्पिक मार्ग की देखरेख एनएचएआई द्वारा की जाएगी।

स्टील ब्रिज से भटवाड़ा होते हुए 8 लेन एक्सप्रेस वे तक सड़क मार्ग आरएसआरडीसी द्वारा शीघ्र पूर्ण करवाकर इस मार्ग को वाहनों के आवागमन के लिए 10 सितंबर तक उपलब्ध कराने को लेकर भी सहमति बनी है। आवागमन को सुगम बनाने के लिए पुलिस की व्यवस्था रहेगी।

उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे टनल का काम फरवरी तक पूर्ण होना है। जिसे जनवरी से पहले ही पूर्ण कराकर आवागमन शुरू कराने के भी निर्देश दिए। मंत्री श्री नागर ने कहा कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर स्थित यह टनल बहुत महत्वपूर्ण है। इस पर आवागमन शुरू होने पर राहत मिल सकेगी।

बैठक में नेशनल हाईवे के चीफ इंजीनियर सतीश अग्रवाल, आरएसआरडीसी के जीएम अरविंद साहू, नेशनल हाईवे अथॉरिटी के पीडी संदीप अग्रवाल, एसई अजय चौधरी, ईई मुकेश गुप्ता और आरएसआरडीसी के पीडी राजकुमार राजोरिया मौजूद रहे।