Edible Oil Import: जुलाई में खाद्य तेल का आयात 15.50 लाख टन पर पहुंचा

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मुम्बई। जनवरी से अप्रैल 2025 तक खाद्य तेल (खासकर पाम तेल) के आयात का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा लेकिन मई से इसमें सुधार आने के संकेत मिलने लगा।

एक अग्रणी उद्योग संस्था- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) के आंकड़ों से ज्ञात होता है कि जून 2025 के दौरान देश में खाद्य तेलों का आयात बढ़कर 15.30 लाख टन टन के करीब पहुंच गया।

इसके साथ ही चालू मार्केटिंग सीजन के शुरुआती आठ महीनों में खाद्य तेलों का कुल आयात 92 लाख टन पर पहुंचा जो पिछले सीजन की समान अवधि (नवम्बर-2023-जून-2024) के सकल आयात 101 लाख टन से कम रहा। इसके तहत खासकर पाम तेल के आयात में भारी गिरावट आ गई।

जुलाई माह के लिए एसोसिएशन के खाद्य तेल आयात का आंकड़ा मध्य अगस्त के आसपास जारी होगा लेकिन इस बीच उद्योग-व्यापार क्षेत्र के विश्लेषकों ने जो अनुमान लगाया है उससे पता चलता है कि समीक्षाधीन माह के दौरान देश में खाद्य तेलों का कुल आयात बढ़कर 15.50 लाख टन के करीब पहुंच गया जो मौजूदा सीजन के किसी एक माह का सबसे ऊंचा स्तर है।

इसमें 8.50 लाख टन पाम तेल (क्रूड एवं रिफाइंड), 4.90 लाख टन क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल तथा 1.90 लाख टन क्रूड सूरजमुखी तेल का आयात शामिल है। इसके अलावा नेपाल से रिफाइंड श्रेणी के 75 हजार टन सोयाबीन तेल, तथा 4-4 हजार टन पाम तेल एवं सूरजमुखी तेल सहित कुल 83 हजार टन खाद्य तेल के आयात का भी अनुमान लगाया गया है।

नेपाल से साफ्टा संधि के तहत भारत में खाद्य तेलों का शुल्क आयात होता है। ज्ञात हो कि भारत में पाम तेल का आयात मुख्यतः इंडोनेशिया मलेशिया एवं थाईलैंड से, सोयाबीन तेल का आयात अर्जेन्टीना एवं ब्राजील से तथा सूरजमुखी तेल का आयात रूस, यूक्रेन एवं अर्जेन्टीना से किया जाता है।