Coriander: अगस्त महीने में भी धनिया की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना

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नई दिल्ली। Coriander Price: हाल ही में धनिया की कीमतों में 400/500 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। मौजूदा हालात को देखते हुए बाजार का सेंटिमेंट अभी भी तेजी का बना हुआ है। सूत्रों का मानना है कि अगस्त महीने के दौरान भी धनिया की कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना है। क्योंकि उत्पादक केंद्रों की मंडियों में आवक काफी कम हो रही है।

जबकि स्थानीय और निर्यात मांग बढ़ रही है। गौरतलब है कि LENDEN NEWS ने भी लिखा था कि जुलाई-अगस्त महीने के दौरान धनिया की कीमतों में धीरे-धीरे 800/1000 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी होनी चाहिए। गौरतलब है कि चालू सीजन के दौरान देश में धनिया का उत्पादन करीब 1 करोड़ बोरी का हुआ था। जबकि पिछले साल उत्पादन 1.10 करोड़ बोरी माना गया था।

जानकारों का कहना है कि कुल उत्पादन का अधिकांश हिस्सा मंडियों में आने के कारण अब उत्पादकों के पास धनिये का कम स्टॉक बचा है, जिससे मंडियों में आवक भी कम हो गई है। सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में उत्पादकों के पास धनिये का केवल 20/25 प्रतिशत स्टॉक ही बचा है। जिससे अब आवक सीमित रहेगी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात की मुख्य मंडी गोंडल में आवक 4/5 हजार बोरी रह गई है। जबकि मध्य प्रदेश की गुना मंडी में आवक 3/4 हजार बोरी की है। राजस्थान की रामगंज मंडी में आवक 2500/3000 बोरी की चल रही है।

चालू सीजन के दौरान गुजरात में धनिये का उत्पादन 40/42 लाख बोरी और मध्य प्रदेश में 45/48 लाख बोरी होने का अनुमान था। चालू सप्ताह के दौरान हाजिर और वायदा बाजार में धनिया की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।

वायदा बाजार में अगस्त माह का धनिया सप्ताह के अंत में 7698 रुपये पर खुला और 7738 रुपये पर बंद हुआ। जबकि सितंबर माह का धनिया सप्ताह के अंत में 7724 रुपये पर खुला और 7796 रुपये पर बंद हुआ। कमजोर आपूर्ति और बढ़ती मांग के कारण हाजिर बाजारों में धनिया के भाव 100/150 रुपये प्रति क्विंटल तेज बोले गए। वर्तमान में उत्पादन केंद्रों के बाजारों में धनिया बादामी के भाव 6800/7000 रुपये और ईगल के भाव 7000/7300 रुपये प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। निकट भविष्य में कीमतों में मंदी की कोई संभावना नहीं है। आने वाले दिनों में भी बाजारों में धीरे-धीरे तेजी जारी रहेगी।

उपलब्धता: चालू सीजन में खपत के मुकाबले धनिया की उपलब्धता कम होने की खबर है। एक अनुमान के मुताबिक, चालू सीजन में करीब 1 करोड़ बोरी धनिया उत्पादन के अलावा बकाया स्टॉक 35/40 लाख बोरी माना जा रहा है, जबकि निर्यात और स्थानीय खपत मिलाकर धनिया की जरूरत करीब 1.50/1.60 करोड़ बोरी की है। सूत्रों का मानना है कि दूसरी बारिश के बाद देश में उत्पादन में कमी के चलते आगामी सीजन में धनिया का स्टॉक नाममात्र का ही रह जाएगा।

निर्यात: चालू वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान धनिया के निर्यात में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-मार्च (2024-25) के दौरान धनिया का कुल निर्यात 60324 टन था। जबकि अप्रैल-मार्च (2023-24) में निर्यात 108624 टन था। चालू सीजन के दौरान धनिया निर्यात से आय 63320 लाख रुपये रही, जबकि पिछले सीजन में प्राप्त आय 94827 लाख रुपये थी।

मात्रात्मक दृष्टि से, चालू सीजन के दौरान धनिया निर्यात में 44 फीसदी की गिरावट रही, जबकि आय के लिहाज से 33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। चालू सीजन 2025-26 के पहले दो महीनों में धनिया के निर्यात में 21 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अप्रैल-मई 2025 के दौरान धनिया का निर्यात 13857.97 टन था। जबकि अप्रैल-मई-2024 में निर्यात 11475.76 टन था।