कोटा में अनंत चतुर्दशी महोत्सव आयोजन समिति की बैठक आयोजित
कोटा। श्री अनंत चतुर्दशी महोत्सव आयोजन समिति की बैठक शनिवार को रावतभाटा रोड़ स्थित मानव विकास भवन पर आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति की अध्यक्ष महामंडलेश्वर डॉ. हेमा सरस्वती ने की। प्रभारी सुमेर सिंह ने बताया कि इस दौरान जटाशंकर शर्मा, नेता खंडेलवाल, गोविंद शर्मा, राधावल्लभ शर्मा, बालकिशन बरथूनिया, दिनेश सोनी, भंवरसिंह पंवार मंच पर मौजूद रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. हेमा सरस्वती ने कहा कि अनंत चतुर्दशी की शोभायात्रा अनुशासन, मर्यादा, एकता, समानता की पर्याय है। जहां पर सनातन की संगठन शक्ति का प्रकटीकरण होना चाहिए। इसके लिए हमें संकल्पित मन से प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य ने भारत की सुरक्षा के लिए 13 अखाड़ों की स्थापना की थी। यह अखाड़े सदैव राष्ट्र रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। हमारे आचार्य, साधु और इन अखाड़ों के गुरु शस्त्र और शास्त्र दोनों में प्रवीण हैं। समय आने पर देश की रक्षा के लिए तैयार हैं।
ऐसे ही, हमारी शोभायात्रा में शामिल होने वाले अखाड़े को भी राष्ट्र और समाज की रक्षा के लिए खड़े रहना चाहिए। इनकी गतिविधियां वर्ष पर चलें। किसी भी प्रकार के अन्याय का प्रतिकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अखाड़े का काम केवल प्रदर्शन करना नहीं है। हमारा उद्देश्य सनातन और भारत माता के साथ-साथ बहन बेटियों की रक्षा का भी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो काम शासन, प्रशासन के हैं। वे काम उनसे करवाए जाएंगे। वहीं, शोभायात्रा को समयबद्ध, सुचारू और दुर्घटना रहित बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जो समय दिया गया है सभी अखाड़े उस समय पर पहुंचे। जिन गतिविधियों को प्रतिबंधित किया गया है, उनका सख्ती से पालन किया जाए। जो अखाड़े नियम विरुद्ध कार्य करें, उनके खिलाफ दंडात्मक और अनुशासनात्मक कारवाई भी की जाए।
बैठक में चंद्रशेखर नरवाल, हरीश शर्मा, दिनेश सोनी, देवानंद, कमल नामा, भानुप्रताप, नेता खंडेलवाल, मोहन सुमन, राधावल्लभ शर्मा, जयवीर सिंह, गोविंद गुप्ता, नवनीत चतुर्वेदी, ओम प्रकाश कश्यप, दिनेश सोनी, गोविन्द, जटाशंकर शर्मा, नेता खंडेलवाल आदि ने सुझाव दिए।

