क्या आपको भी डायबिटीज है, तो शरीर में होने वाले बदलाओं से ऐसे लगाएं पता

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गर्दन की त्वचा का काला और मोटा होना डायबिटीज के लक्षण।

डॉ. सुधींद्र श्रृंगी (एमडी आयुर्वेद)

कोटा। डायबिटीज एक गंभीर और लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है। इसमें शरीर इंसुलिन हार्मोन को ठीक से नहीं बना पाता या उसका उपयोग नहीं कर पाता। इससे खून में शुगर लेवल बढ़ जाता है। इंसुलिन वह हार्मोन है जो शरीर में शुगर को कंट्रोल करता है। अगर इंसुलिन की कमी हो या वह ठीक से काम न करे, तो खून में शुगर बढ़ने लगती है और कई अंगों को नुकसान पहुंच सकता है।

डायबिटीज के लक्षण क्या हैं? हालांकि डायबिटीज का पता ब्लड टेस्ट से चलता है। अधिकतर लोग डायबटीज के कॉमन लक्षण जैसे ज्यादा प्यास लगना, ज्यादा पेशाब आना आदि के बारे में जानते हैं लेकिन इसके कुछ अजीब और कम पहचाने जाने वाले लक्षण भी होते हैं जो शरीर पहले ही दिखाने लगता है।

ध्यान रहे कि डायबिटीज के लक्षण हमेशा सीधे नहीं होते। कुछ अजीब, धीरे-धीरे उभरने वाले संकेत भी इसकी ओर इशारा करते हैं। इसलिए शरीर की हर छोटी-बड़ी परेशानी को समझें और लापरवाही न करें। समय रहते जांच और सावधानी से जीवन भर डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है।

गर्दन की त्वचा का काला और मोटा होना
एक रिपोर्ट (ref.) के अनुसार, गर्दन की सिलवटों में या बगल में त्वचा काली और मखमली हो जाती है। इसे Acanthosis Nigricans कहते हैं, और ये शरीर में इंसुलिन के ज्यादा लेवाल की वजह से होता है।

बार-बार संक्रमण या नजर कमजोर होना
डायबिटीज इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे बार-बार यूरिन इन्फेक्शन, फंगल इन्फेक्शन या स्किन इंफेक्शन हो सकते हैं। इसके अलावा ब्लड शुगर बढ़ने से आंखों के लेंस में सूजन आ सकती है जिससे धुंधला दिखना या फोकस करने में परेशानी होती है।

चक्कर आना या मूड बदलना
शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) के कारण दिमाग को पूरा ऑक्सीजन नहीं मिलता और आपको चक्कर या थकान महसूस हो सकती है। इसके अलावा ब्लड शुगर का अचानक बढ़ना या घटना आपके मूड को बहुत प्रभावित कर सकता है।

सेक्स से जुड़ी समस्याएं या वजन कम होना
पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और महिलाओं में अभिलाषा कम होना या सूखापन जैसी समस्याएं हाई ब्लड शुगर के कारण हो सकती हैं। इसके अलावा अगर शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती, तो वह फैट और मसल्स को जलाना शुरू कर देता है, जिससे वजन तेजी से घटता है, भले ही आप ठीक से खा रहे हों।

खुजली या झुनझुनी और पैरों या हाथों में दर्द
ब्लड शुगर का बढ़ना नसों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे हाथ-पैर में झुनझुनी, खुजली या जलन महसूस हो सकती है। नसों को नुकसान पहुंचने से पैरों में जलन, झुनझुनी या दर्द महसूस होता है। इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है।

सांस में मीठी या नेल पॉलिश जैसी गंध
जब शरीर फैट को जलाना शुरू करता है, तो केटोन नामक एसिड बनता है, जिससे सांस में फ्रूटी या एसिटोन जैसी गंध आती है। इसे Diabetic Ketoacidosis कहते हैं, जो एक खतरनाक कंडीशन होती है।

डायबटीज के आम लक्षण
मुंह सूखना- डायबिटीज के कारण लार बननी कम हो जाती है, जिससे मुंह सूखने लगता है। इससे दांतों और मसूड़ों में संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा जब पेट से खाना सही तरीके से आंतों तक नहीं पहुंचता, तो मतली, पेट फूलना या उल्टी हो सकती है। ये भी डायबिटिक न्यूरोपैथी की वजह से होता है। इनके अलावा बार-बार पेशाब आना, बहुत ज्यादा प्यास लगना, भूख बढ़ना, थकावट और नजर कमजोर होना आदि लक्षणों को बिलकुल भी नजरअंदाज न करें।