पर्यावरण संरक्षक आचार्य प्रज्ञा सागर मुनिराज का प्रज्ञालोक में मंगल प्रवेश आज

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कोटा। कोटा नगरी एक ऐतिहासिक आध्यात्मिक प्रसंग का साक्षी बनने जा रही है। तपोभूमि प्रणेता, पर्यावरण संरक्षक व राजस्थान सरकार द्वारा राजकीय अतिथि के रूप में सम्मानित जैनाचार्य प्रज्ञा सागर मुनिराज अपने संघ सहित (8 पिच्छी) वर्षायोग (चातुर्मास) हेतु प्रज्ञालोक महावीर नगर प्रथम में मंगल प्रवेश कर रहे हैं।

6, 9 व 10 जुलाई को भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला में गुरुदेव के मंगल प्रवेश से लेकर गुरूपूर्णिमा महोत्सव तक, नगर को भक्ति, अनुशासन व वैराग्य के सागर में डुबोने की तैयारी पूरी हो चुकी है।

51 स्वागत द्वार से सजा मार्ग
चैयरमैन गुरूआस्था परिवार यतीश जैन खेडा वाला ने बताया कि रविवार को प्रातः 7:30 बजे गुरुदेव का भव्य मंगल प्रवेश होगा। इस अवसर पर पारंपरिक राजस्थानी शैली में हाथी, ऊंट, घोड़े, बग्घियां, रथ के साथ एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन अन्नतपुरा से प्रज्ञालोक महावीर नगर प्रथम तक किया जाएगा।शोभायात्रा में बैंड-बाजे, शहनाई, ढोल-नगाड़े की मधुर गूंज से पूरा शहर गुंजायमान होगा।

अध्यक्ष लोकेश जैन सीसवाली ने बताया कि समाज की महिलाएं पारंपरिक राजस्थानी वेशभूषा में शोभायात्रा में सहभागी बनेंगी, जो समारोह में सांस्कृतिक रंग भरेंगी। कोटा का जैन समुदाय इस ऐतिहासिक अवसर के लिए पूरी तरह तैयार है और शहर में उत्साह और आध्यात्मिक उमंग का माहौल है। गुरु आस्था परिवार कोटा एवं सकल दिगंबर जैन समाज समिति कोटा द्वारा की गई व्यापक तैयारियां अंतिम रूप दे दिया गया है।

मंत्री एवं विधायक करेंगे स्वागत
सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष प्रकाश बज एवं मंत्री पदम बड़ला ने बताया कि चातुर्मास स्थल ‘प्रज्ञा लोक’ को पूरी तरह आध्यात्मिक व पर्यावरणीय ऊर्जा से युक्त किया गया है। यहां गुरुदेव चातुर्मास के दौरान प्रवचन, साधना और भक्ति के माध्यम से जनमानस को दिशा देंगे। गुरूदेव के मंगल प्रवेश पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री हीरालाल नागर एवं विधायक संदीप शर्मा भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

साथ ही गुरु आस्था परिवार कोटा एवं सकल दिगम्बर जैन समाज समिति कोटा द्वारा भव्य स्वागत किया जाएगा। अध्यक्ष प्रकाश बज एवं मंत्री पदम बड़ला ने कहा कि कोटा यह सुअवसर मिला है जब गुरूदेव के पावन चरण चातुर्मास में प्रवेश करेंगे,और चार माह तक गुरूदेव का आशीर्वाद मिलेगा ऐसे में मंगलप्रवेश व कार्यक्रम में जैन समाज अधिक से अधिक संख्या में जुटे।

यह संघ रहेगा साथ
यतीश जैन खेड़ावाला एवं लोकेश जैन ने बताया कि आचार्य श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के साथ कोटा में आने वाले आध्यात्मिक संघ में अनेक विद्वान और तपस्वी सम्मिलित हैं। मुनि श्री शांति तीर्थ जी और मुनि श्री प्रिय तीर्थ जी मुनि वर्ग में शामिल हैं। क्षुल्लक वर्ग में क्षुल्लक पूर्ण तीर्थ जी और क्षुल्लक दिव्य तीर्थ जी का समावेश है। क्षुल्लिका वर्ग में क्षुल्लिका शांत प्रज्ञा जी, क्षुल्लिका असीम प्रज्ञा जी और क्षुल्लिका अनंत प्रज्ञा जी शामिल हैं।

कलश स्थापना एवं गुरूपूर्णिमा महोत्सव
महामंत्री गुरू आस्था परिवार नवीन जैन दोराया एवं अजय जैन ने बताया कि बुधवार, 9 जुलाई को दोपहर 2:00 बजे से चातुर्मास कलशों स्थापना होगी। यह जैन परंपरा में अत्यंत महत्वपूर्ण परम्परा है, जिसमें पवित्र कलश की स्थापना चातुर्मास काल तक की जाती है। मंगल कलश स्थापना ने 3 मंगल कलश एवं 08 अन्य कलशों की स्थापना की जाएगी। गुरूभक्ति और समर्पण का अनुपम उत्सव गुरूपूर्णिमा महोत्सव, गुरुवार, 10 जुलाई को प्रातः 8:00 बजे से श्रद्धा व आस्था के साथ मनाया जाएगा। इस दिन कोटा में हजारों श्रद्धालु गुरुपाद पूजन, गुरु अर्चना और आरती में भाग लेकर पुण्य लाभ अर्जित करेंगे। इस अवसर पर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, कलकत्ता से श्रृद्धालु आचार्य गुरूवर प्रज्ञा सागर जी महाराज से आशीर्वाद लेने पहुचेंगे।

स्मृति वन में प्रज्ञा सागर महाराज का पाद प्रक्षालन किया
कोटा। वृक्षारोपण अभियान के अग्रदूत दिगंबर जैन मुनि आचार्य प्रज्ञा सागर का महाराज का शनिवार को स्वयं अनंतपुरा स्थित स्मृति वन एवं लव कुश वाटिका में स्मृति वन सलाहकार समिति एवं चंबल संसद के सदस्यों ने पाद प्रक्षालन कर तथा श्रफल भेंट कर उनका आत्मिक अभिनंदन किया।

समिति के अध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय ने बताया कि इस अवसर विशेष आमंत्रित विधायक संदीप शर्मा को शाहबाद जंगल बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक प्रशांत पाटनी ने शाहबाद जंगल को बचाने में सहयोग की मांग की।