कोटा। धर्मनगरी कोटा में जैन समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक अवसर आने वाला है। दिगम्बर जैन मंदिर विज्ञान नगर में आयोजित सकल दिगम्बर जैन समाज की वृहद सभा में पूज्य गणिनी आर्यिका विभाश्री माता जी सहित 13 साधुओं के वर्षायोग को भव्यता से मनाने का संकल्प लिया गया है।
मंदिर अध्यक्ष राजमल पाटौदी की अध्यक्षता में संपन्न इस महत्वपूर्ण बैठक में बताया गया कि कोटा में यह प्रथम अवसर है जब 13 साधु एक साथ वर्षायोग कर रहे हैं। पाटौदी जी ने कहा,”गणिनी माता जी जैन परंपरा और विधान की पूर्ण ज्ञाता हैं। उनके प्रवचन और स्वाध्याय से हमें जितना अधिक ज्ञान प्राप्त करना चाहिए।” मंदिर के मंत्री अनिल ठोरा ने बताया कि विभाश्री माता जी मंडाना-जगपुरा होते हुए 24 जून को आर के पुरम पहुंचेंगी और इसके पश्चात कोटा के उपनगरों में प्रवेश करेंगी। 10 जुलाई को विज्ञान नगर मंदिर में वर्षायोग हेतु मंगल प्रवेश संपन्न होगा।
अष्टान्हिका पर्व का विशेष आयोजन
सकल समाज के अध्यक्ष प्रकाश बज ने बताया कि इस बार कुल मिलाकर लगभग 21 साधु एक साथ कोटा में चातुर्मास कर रहे हैं, जो संपूर्ण सकल दिगंबर जैन समाज के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। तलवंडी के अध्यक्ष आशोक पहाड़िया ने जानकारी दी कि माता जी के सानिध्य में अष्टान्हिका पर्व 3 से 9 जुलाई के मध्य धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व जैन समुदाय के लिए अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। परम संरक्षक विनोद टोरणी ने समुदाय से अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक साधु की सेवा तन, मन और धन से करनी चाहिए। इस पावन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपेक्षा की गई है।
सामूहिक भागीदारी
वर्षायोग को सफल बनाने के लिए लोकेश जैन सीसवाली, जीतेंद्र हरसौरा, आशोक पहाड़िया, जे के जैन, राजेंद्र गोधा, राकेश चपलमन, डॉ. संतोष जैन, निशावेद, रितेश सेठी, पी के हरसौरा तथा पारस जैन ने अपने विचार व्यक्त किए और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। सकल समाज के महामंत्री पदम बड़ला ने सभी उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए इस धार्मिक आयोजन की सफलता के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन विज्ञान नगर मंदिर के मंत्री अनिल ठोरा द्वारा किया गया।

