ब्यूनस आयर्स। Soybean Production: लैटिन अमरीकी देश- अर्जेन्टीना में पहले 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन में 500 लाख टन सोयाबीन के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था जिसे अब 15 लाख टन घटाकर 485 लाख टन निर्धारित किया गया है।
इसका प्रमुख हाल के सप्ताहों के वहां हुई मूसलाधार बारिश है। इस अत्यन्त भारी वर्षा के कारण उत्तरी नयूनस आयर्स में बाढ़ आ गई और सोयाबीन के खेत जलमग्न हो गए जिससे फसल को भारी नुकसान हो गया।
ब्यूनस आयर्स प्रान्त में सोयाबीन के जितने क्षेत्र में फसल की कटाई होनी बाकी है उसका 21 प्रतिशत भाग पूर्वोत्तर इलाके में स्थित है जहां भयंकर बाढ़ का प्रकोप अभी जारी है।
कुछ उत्तरी इलाकों में गत सप्ताह फसल की थोड़ी-बहुत कटाई शुरू हुई थी मगर उसमें किसानों को ज्यादा सफलता नहीं मिल सकी। निचले इलाकों में पानी भरा हुआ है। निचले क्षेत्रों में कपास की कटाई हो पायेगी या नहीं- यह अनिश्चित है। दिलचस्प तथ्य यह है कि आमतौर पर इस पूर्वोत्तर क्षेत्र में ज्यादा बारिश नहीं होती है और न ही बाढ़ का खतरा रहता है लेकिन दुर्भाग्य से इस बार वहां सामान्य औसत से बहुत ज्यादा वर्षा हो गई।
बाढ़ का पानी उतरने के बाद यदि फसल की कटाई संभव होती है तो उसकी उपज दर बहुत नीचे रहेगी और दाने की क्वालिटी भी खराब रहेगी। इससे किसानों को कोई खास राहत नहीं मिल पाएगी।
अर्जेन्टीना में गत सप्ताह के अंत तक लगभग 74 प्रतिशत भाग में सोयाबीन फसल की कटाई-तैयारी पूरी हो चुकी थी। वहां सोयाबीन की औसत उपज दर 3120 किलो प्रति हेक्टेयर (46.4 बुशेल प्रति एकड़) रहने का अनुमान लगाया गया है। अगैती बिजाई वाले क्षेत्र में 81 प्रतिशत फसल काटी जा चुकी है।
कोरडोबा प्रान्त में उपज दर सबसे ऊंची 3350 किलो प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई। दोहरी बिजाई वाले क्षेत्र में 56 प्रतिशत फसल की कटाई पूरी होने की सूचना है। उल्लेखनीय है की दक्षिण अमरीका महाद्वीप में अवस्थित देश- अर्जेन्टीना दुनिया में ब्राजील और अमरीका के बाद सोयाबीन का तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है जबकि सोया तेल और सोया मील के निर्यात में प्रथम स्थान पर रहता है।

