झालावाड़ हवाई सेवा से जुड़ा, वसुंधरा एवं उनके सांसद पुत्र दुष्यंत ने भरी पहली उड़ान

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झालावाड़। यहां कोलाना स्थित हवाई अड्डे से शनिवार से विमानों का उड़ान शुरू हो गया। यह उत्तर भारत का तीसरा सबसे बड़ा रनवे वाला हवाई अड्डा है। यहां बोइंग 747 जैसे जंबोजेट भी आसानी से उतर सकते हैं। इतना लंबा रनवे झालावाड़ एयरपोर्ट के अलावा उत्तर भारत के जालंधर तथा कुशीनगर जैसे बड़े शहरों में ही है।

उत्तर भारत के तीसरे बड़े रनवे वाले झालावाड़ हवाई अड्डे का शनिवार को शुभारंभ हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने यहां से दिल्ली की अपनी पहली उड़ान भरी। झालावाड़ के इस पंडित दीन दयाल उपाध्याय हवाई अड्डा से वसुंधरा राजे एवं उनके पुत्र एवं सांसद दुष्यंत सिंह ने जेट विमान से दिल्ली की पहली उड़ान भरी। जेट विमान की इस उड़ान के साथ ही अब झालावाड़ हवाई सेवा से जुड़ गया। पहली उड़ान के लिए हनुमान जयंती का अवसर चुना गया।

उल्लेखनीय है कि इस हवाई अड्डे का रनवे 3 हजार 120 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है, जहा बोइंग 747 जैसे जंबोजेट भी आसानी से उतर सकते हैं। इतना लंबा रनवे झालावाड़ एयरपोर्ट के अलावा सिर्फ उत्तर भारत के जालंधर तथा कुशीनगर जैसे बड़े शहरों में ही है।

इस अवसर पर वसुंधरा राजे ने कहा कि आज हमारे ड्रीम प्रोजेक्ट झालावाड़ एयरपोर्ट से पहली उड़ान भरकर वह अभिभूत हैं। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का आभार जताया। कहा कि यातायात के लिए चार मार्ग होते हैं- सड़क, रेल, हवाई और जल मार्ग। जब वह पहली बार यहां से सांसद बनी, तब इस क्षेत्र में सड़क मार्ग बहुत कम थे और जो थे वह भी दुरुस्त नहीं थे। आज चारों तरफ चमचमाती सड़के हैं। रेल और हवाई सेवा भी है। समुद्र होता तो क्रूज जहाज भी चल जाता।