नई दिल्ली। भारतीय रेलवे का ट्रेनों का किराया बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। यह जानकारी बुधवार को सरकार ने संसद को दी। एक लिखित जवाब में केंद्रीय राज्य रेलमंत्री राजेन गोहेन ने कहा, ‘भारतीय रेल ने अप्रैल-नवंबर 2017 में पिछले साल की तुलना में यात्री ट्रैफिक में 0.68 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और दिल्ली-मुंबई के बीच 0.99 प्रतिशत।’
पैसेंजर ट्रैफिक, स्पेशल ट्रेन और उनके किराए के बारे में पूछे जाने पर जवाब दिया गया कि स्पेशल ट्रेनें त्योहार, खास इवेंट वाले पीक सीजन में चलती हैं जिससे यात्री बोझ से निपटा जा सके। मंत्री ने कहा, ‘स्पेशल ट्रेनों पर स्पेशल चार्जेस लगाए गए हैं जो डिमांड पैटर्न पर आधारित हैं।
यह ट्रेनें शिड्यूल्ड टाइम वाली ट्रेनों से पहले चलती हैं और आरक्षित सेकंड क्लास का किराया 10 प्रतिशत अधिक होता है अन्य सभी क्लासों का किराया बेसिक किराए से 30 प्रतिशत अधिक होता है।’
उन्होंने बताया कि रेलवे सुविधा ट्रेनें भी चलाती है जो मांग पर आधारित होती हैं और इन ट्रेनों का न्यूनतम किराया तत्काल किराए के बराबर होता है। गोहेन ने कहा कि इन ट्रेनों का किराया इस लिए भी ज्यादा है क्योंकि इनको ऑपरेट करने के लिए विशेष इंतजाम करने पड़ते हैं।