‘श्री कृष्ण भगवान के दिव्य संदेश’ प्रथम खण्ड पुस्तक का हुआ लोकार्पण

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कोटा। वरिष्ठ समाजसेवी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. लोकमणि गुप्ता (बंसल) द्वारा सहज सरल हिन्दी भाषा में टीकाकृत ‘श्री कृष्ण भगवान के दिव्य संदेश – प्रथम खण्ड’ नामक ग्रंथ का गीता भवन में लोकार्पण किया गया। इस दौरान गोस्वामी शरद कुमार महाराज कोटा, स्वामी अप्रमेय प्रपन्नाचार्य महाराज प्रयागराज एवं स्वामी श्रीकृष्ण कांत द्विवेदी महाराज दिल्ली ने विमोचन किया।

श्री गीता सत्संग आश्रम समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र खण्डेलवाल ने बताया कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के मैदान में द्वापरकालीन अवतरित भगवान श्रीकृष्ण ने पलायन कर रहे तत्कालीन श्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन के माध्यम से प्रत्येक युग में ‘सर्व जन सुखाय – सर्व जन हिताय’ की भावनाओं को बनाए रखने के लिए उच्च स्तरीय मार्ग दर्शन करने वाले जो दिव्य संदेश गायन शैली में दिए हैं।

उन्हें ही श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से जाना जाता है। जिन्हें न केवल शाब्दिक वरन् आज की परिस्थितियों में भावनात्मक लगाव के साथ जानना और समझना अत्यंत आवश्यक प्रतीत होता है। आज आवश्यकता है श्रीमद्भगवद्गीता के प्रचार-प्रसार के साथ इनके श्लोकों की समसामयिक समीक्षा करने की। यह पुस्तक इसी उद्देश्य की पूर्ति करती प्रतीत होती है।

इस अवसर पर श्री गीता सत्संग आश्रम समिति के पदाधिकारी रामेश्वर प्रसाद विजय, कुंती मूंदड़ा, महेन्द्र कुमार मित्तल, जयनारायण खण्डेलवाल, भगवती प्रसाद खण्डेलवाल मोरपा वाले एवं अर्चना गुप्ता आदि उपस्थित रहीं।

ज्ञातव्य है कि श्रीमद्भगवद्गीता के इन सुगम भावों को सीकर से डॉ. खुशबू गुप्ता सुस्पष्ट मधुर वाणी में अपने यूट्यूब चैनल ‘स्प्रिचुअल हेल्थ’ पर वाचन कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्री गीता ज्ञान प्रवाह को वैश्विक स्तर पर प्रचारित प्रसारित करने में सह भागीदारी निभा रही हैं।