Gold Silver Price: सोना तीन सप्ताह एवं चांदी एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची

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नई दिल्ली। Gold Silver Price Today : मजबूत वैश्विक रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की लिवाली बढ़ने से बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतें उछलकर 80,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गईं। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला यह बहुमूल्य धातु 620 रुपये की तेजी के साथ करीब तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मंगलवार को यह 79,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

चांदी में लगातार तीसरे दिन तेजी जारी रही और यह 1,450 रुपये की तेजी के साथ एक महीने के उच्चतम स्तर 96,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। मंगलवार को चांदी 94,850 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। बुधवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 620 रुपये बढ़कर 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह पीली धातु 79,380 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।

व्यापारियों ने बताया कि स्थानीय बाजारों में आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की ओर से मांग बढ़ने से कीमतों में तेजी आई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में फरवरी डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 112 रुपये यानी 0.14 प्रतिशत की तेजी के साथ 78,450 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

दिन के कारोबार के दौरान सोना 640 रुपये या 0.82 प्रतिशत उछलकर 78,978 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कॉमेक्स पर कीमतें एक बार फिर 2,700 डॉलर के स्तर पर पहुंच गईं, जिससे सोने में मामूली बढ़त दर्ज की गई। एक सप्ताह पहले 2,600 डॉलर के समर्थन स्तर से इसमें जोरदार सुधार हुआ।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एवं करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “एमसीएक्स में सोने के 77,400-79,250 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है, तथा आंकड़े जारी होने से पहले इसमें उतार-चढ़ाव बना रहने की संभावना है।”

हालांकि, बुधवार को चांदी 396 रुपये यानी 0.41 प्रतिशत गिरकर 95,129 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स सोना वायदा 10.20 डॉलर प्रति औंस या 0.38 प्रतिशत बढ़कर 2,728.60 डॉलर प्रति औंस हो गया। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्च विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, “सोने की कीमतें एक बार फिर 2,700 डॉलर के पार पहुंच गईं। सीरिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, मजबूत डॉलर सूचकांक और ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के कारण कीमतों को समर्थन मिला है।”