कोटा /भारेश्वर धाम। जन जागरण अभियान की श्रृंखला में जीवनदायिनी चंबल की परिक्रमा की पूर्णाहुति पर गत दिवस यमुना चम्बल संगम भारेश्वर धाम जिला इटावा पर गायत्री यज्ञ में चम्बल शुद्धिकरण के संकल्प के साथ आहूतियां दी गई।
चम्बल संसद के प्रतिनिधि मंडल ने दोनों नदियों के संगम पर प्रदूषण, शोषण और अतिक्रमण से मुक्त करने का आव्हान किया। संयोजक बृजेश विजयवर्गीय ने बताया कि पदयात्री राबिन सिंह ने देशभर की नदियों के संरक्षण पर जोर दिया। सह यात्री स्वामी तेजोमायावन एवं रामधीर ने अपने अनुभव साझा किए। संसद के संरक्षक कौशिक गायत्री परिवार के संचालक यज्ञदत्त हाडा, यज्ञाचार्य पंडित कमलेश शर्मा बृजवासी ने यज्ञ को मानवता के कल्याण का कर्म बताया।
चम्बल संसद का प्रतिनिधिमंडल इटावा जिला उत्तर प्रदेश में भरेह स्थित चम्बल यमुना संगम पर गायत्री यज्ञ आयोजित किया। पैदल परिक्रमा यात्री राबिन सिंह, स्वामी तेजोमायावन, रामधीर का अभिनंदन किया। संगम में घड़ियाल दर्शन एवं डोल्फिन की अठखेलियां देखी। परिक्रमा 2 अक्टूबर 2024 को प्रारम्भ हुई थी, जिसकी पूर्णाहुति की गई। नदी किनारे कदम्ब धाम पर भागवत कथा के समापन पर भण्डारे में हजारों ने प्रसाद पाया।
चम्बल संसद के संरक्षक यज्ञदत्त हाडा, जैविक खेती विशेषज्ञ युधिष्ठिर चानसी, बूंदी जल बिरादरी एवं चम्बल संसद के समन्वयक विट्ठल कुमार सनाढ्य एवं विश्व हिन्दू परिषद के तेजेन्द्र सिंह सिंह, नागदा से पंडित कमलेश शर्मा, चम्बल जल प्रबंधन समिति के दुर्गा शंकर कुशवाहा, मोहित चानसी आदि जल विशेषज्ञ स्थानीय जन प्रतिनिधियों प्रधान, सरपंच आदि ने भाग लिया।